यूरोपीय देशों के दौरे पर गए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव सोमवार को लंदन पहुंचे। यहां होटल पहुंचने पर भारतीय प्रवासियों ने गर्मजोशी से सीएम मोहन यादव का स्वागत किया। बता दें कि सीएम मोहन यादव मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास को नई ऊंचाई प्रदान करने और वैश्विक निवेश को आकर्षित करने के लिए आज से यूनाइटेड किंगडम (यूके) और जर्मनी की छह दिवसीय यात्रा पर हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लंदन पहुंचने पर यूके में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम के. दोरईस्वामी के साथ ब्रीफिंग की। बता दें कि मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास को नई ऊंचाई प्रदान करने और वैश्विक निवेश को आकर्षित करने के लिए सीएम मोहन यादव यूनाइटेड किंगडम (यूके) और जर्मनी की छह दिवसीय यात्रा पर हैं।
डॉ. यादव ने यह स्पष्ट किया था कि आगामी फरवरी में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट राज्य के लिए एक अहम अवसर है, जिसमें विदेशी निवेशकों को भी शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह 24 नवंबर से 30 नवंबर तक जर्मनी और यूके के दौरे पर रहेंगे, जहां वे निवेशकों से मुलाकात करेंगे और मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों पर चर्चा करेंगे।
यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री यादव के साथ उनके प्रमुख सचिव सचिव संजय शुक्ला, उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी हुए। यह टीम यूके और जर्मनी में विभिन्न औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेगी और उन्हें मध्य प्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित करेगी। यादव का यह दौरा राज्य में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि प्रदेश को समृद्ध बनाने और बेरोजगारी को दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार के उद्योग क्षेत्रों, विशेष रूप से आईटी उद्योग, में निवेश आकर्षित किया जा रहा है। हमारा लक्ष्य है कि मध्य प्रदेश में युवाओं, महिलाओं, किसानों और तकनीकी रूप से सक्षम व्यक्तियों को रोजगार मिले और उनकी क्षमता का पूरा सदुपयोग हो।
उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार 2025 को ‘उद्योग वर्ष’ के रूप में मनाने की योजना बना रही है और इसके तहत वैश्विक निवेशकों से बातचीत की जाएगी। “हम हर जगह जहां भी निवेशक मिलें, वहां जाकर निवेश के अवसरों को प्रस्तुत करेंगे। सीएम डॉ. यादव ने सभी से आह्वान किया कि वे इस अभियान में भाग लें और मिलकर मध्य प्रदेश को औद्योगिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करें।
मुख्यमंत्री ने इस यात्रा से पहले देश में मुंबई, बेंगलुरु, कोयंबटूर और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों में उद्योगपतियों के साथ बातचीत की है, जहां उन्होंने मध्य प्रदेश में निवेश के लाभ और अवसरों को उजागर किया। राज्य सरकार ने प्रदेश में संभाग स्तर पर रिजनल इंवेस्टर्स समिट का आयोजन भी शुरू कर दिया है, जिसका उद्देश्य स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करना है।