बिहार के शिक्षा विभाग ने 7221 स्कूलों के शिक्षकों का रिकॉर्ड न होने पर छानबीन शुरू की है। यू डायस रिपोर्ट की समीक्षा में सामने आया कि कई स्कूलों ने शिक्षकों का बायो-डाटा अपडेट नहीं किया। खासतौर पर मुजफ्फरपुर के 686 स्कूलों समेत 11 जिलों को “येलो जोन” में डाला गया है। शिक्षा विभाग ने अधिकारियों से जवाब तलब किया है और चेतावनी दी है कि रिकॉर्ड में नाम न होने पर शिक्षकों को स्कूल में नहीं माना जाएगा, जिससे वेतन पर भी संकट खड़ा हो सकता है।
येलो जोन में शामिल जिलों में पूर्वी चंपारण सबसे आगे है, जहां 334 स्कूलों ने शिक्षकों का रिकॉर्ड नहीं दिया। खगड़िया में 132, शिवहर में 56, गोपालगंज में 258, पटना में 525, वैशाली में 367, मधुबनी में 520, बक्सर में 270, सिवान में 648, सीतामढ़ी में 595, और किशनगंज में 465 स्कूलों का रिकॉर्ड गायब है।