वाराणसी, 18 नवंबर 2024, सोमवार। बनारस हिंदू विश्व विद्यालय के चांसलर और सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय का निधन हो गया है। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। सोमवार की सुबह उन्होंने दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली। उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए 26 अमरनाथ झा मार्ग स्थित उनके बंगले में रखा गया है।
महामना मदन मोहन मालवीय के पौत्र थे!
गिरिधर मालवीय भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय के पौत्र थे और उन्होंने गंगा की निर्मलता व हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में सक्रिय भूमिका निभाई थी। वह 2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक थे, जब मोदी ने पहली बार वाराणसी से चुनाव लड़ा था।
न्याय, शिक्षा और संस्कृति के लिए समर्पित जीवन
गिरिधर मालवीय का जन्म 14 नवंबर, 1936 को वाराणसी में हुआ था। उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से एलएल.बी. और एम.ए. राजनीतिशास्त्र में प्रवेश लिया था और बाद में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकालत की थी। वह 1988 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बने थे।