स्पेसएक्स और इसरो की नई साझेदारी: GSAT-20 सैटलाइट लॉन्च की तैयारी
नई दिल्ली, 16 नवंबर 2024, शनिवार। एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता किया है, जिसके तहत दोनों संगठन मिलकर GSAT-20 कम्युनिकेशन सैटलाइट लॉन्च करेंगे। यह पहली बार है जब इसरो और स्पेसएक्स आपसी सहयोग से इस तरह की लॉन्चिंग कर रहे हैं।
इस परियोजना के लिए स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट का उपयोग किया जाएगा, जिसकी लॉन्चिंग अगले सप्ताह हो सकती है। GSAT-20 सैटलाइट 4700 किलो का है, जो भारत के रॉकेट के लिए इसे ले जाना मुश्किल है, इसलिए स्पेसएक्स का सहारा लिया जा रहा है। यह लॉन्चिंग अमेरिका के केप कैनावराल से होगी।
यह सैटलाइट अगले 14 साल तक काम करता रहेगा और पूरे भारत में सेवा देगा। विशेष रूप से, रिमोट इलाकों में इंटरनेट के लिए सैटलाइट उपलब्ध रहेगा। इस समझौते को डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद अंतिम रूप मिला है, जो एलन मस्क के खास दोस्त हैं। इससे पहले, इसरो फ्रांस की कमर्शल लॉन्च कंपनी का सहारा लेता था, लेकिन अब यूक्रेन से चल रहे संघर्ष के कारण रूस लॉन्चिंग नहीं कर पा रहा है, इसलिए स्पेसएक्स को फायदा हुआ है।
इसरो के चेयरमैन राधाकृष्णन दुराइराज ने घोषणा की है कि GSAT-20 सैटलाइट लॉन्चिंग की लागत लगभग 60 से 70 मिलियन डॉलर होगी। यह परियोजना भारत और स्पेसएक्स के बीच एक महत्वपूर्ण साझेदारी है, जिसमें दोनों संगठन मिलकर इस सैटलाइट को लॉन्च करेंगे। इसके अलावा, एलन मस्क भारत में अपनी स्पेसएक्स स्टारलिंक सैटलाइट सर्विस के इस्तेमाल को मंजूरी दिलाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक सुरक्षा कारणों से इसे इजाजत नहीं मिली है। भारत ने अंतरिक्षयात्रियों को आईएसएस तक भेजने के लिए भी स्पेसएक्स के साथ डील की है, जो इस साझेदारी को और मजबूत बनाता है।