वाराणसी, 16 नवंबर 2024, शनिवार। काशी की धरती पर एक बार फिर देव दीपावली का पर्व पूरी भव्यता और दिव्यता के साथ मनाया गया। भगवान शिव द्वारा त्रिपुरासुर के संहार की याद में देवों द्वारा स्वर्ग में मनाई गई दीपावली के उपलक्ष्य में यह पर्व मनाया जाता है। काशी के 84 घाटों समेत शहर के सभी कुंड, तालाब और मंदिर दीपों की रोशनी से नहा उठे। नाविकों ने लाखों पर्यटकों को गंगा की सैर कराई। छोटे-बड़े तीन हजार से अधिक नावों, बजड़े और क्रूज में सवार होकर पर्यटकों ने शिवरंजनी के तट पर सजी दीपमाला का दीदार किया।

पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई
देव दीपावली पर जाह्नवी सेवा समिति की ओर अस्सी घाट पर गंगा पूजन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से देव दीपावली की शाम यादगार बन गई। घाट पर रंग बिरंगी बत्तियों, फूलों से आकर्षक सजावट ऐसी की गई थी कि हर कोई एकटक देखता ही रहा। यहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। हर हर महादेव की चारो ओर सुनाई देती रही। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर काशी के देव दीपावली की तस्वीरें साझा कीं और लोगों को शुभकामनाएं दीं।

मंदिरों में भी जलाए गए दीप
वाराणसी ही नहीं बल्कि देश, विदेश से बढ़ी संख्या में लोग काशी की देव दीपावली के गवाह बन रहे हैं। साल दर साल लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है। देव दीपावली पर काशी के मठों व मंदिर भी दीपों से जगमग हुए। चहुंओर दीपों की लड़िया सजाई गईं तो देव विग्रहों का शृंगार कर पूजन अर्चन हुआ। दुर्गाकुंड, संकटमोचन, तुलसी मानस मंदिर, कालभैरव, बटुक भैरव, मंगला गौरी, शैलपुत्री, महामृत्युंजय महादेव आदि मंदिरों में हजारोें दीप जलाए गए।

गंगा तट पर सितारे टांक दिए गए
काशी पुराधिपति नगरी में देव दीपावली पर्व पर शुक्रवार शाम उत्तरवाहिनी गंगा तट पर लोगों को जमी पर चांद सितारे उतरने का एहसास हुआ। नमोघाट से लेकर सामने घाट के बीच गंगा के पथरीले 84 से अधिक घाटों पर गंगधार के किनारे लाखों-दीपों की लड़ियां एक साथ अठखेलियां दिखाई दीं। चेतसिंह किलाघाट पर लेजर शो की अद्भुत छटा निहारने के लिए लाखों देशी विदेशी पर्यटक और स्थानीय नागरिक घाटों पर जमे रहे। इस दौरान लोग ग्रीन आतिशबाजी के साथ, 3-डी प्रोजेक्शन मैपिंग लेजर शो देख आह्लादित दिखे। पर्व पर गंगा घाटों के किनारे के भवनों के आकर्षक विद्युत झालरों से सजावट भी देखते बन रही थी। पर्व पर प्राचीन दशाश्वमेध, राजेन्द्र प्रसाद घाट, पंचगंगा, नमोघाट और अस्सी घाट पर सर्वाधिक भीड़ देखी गई।

अमर जवान ज्योति, देशभक्ति की दी प्रेरणा
दशाश्वमेध घाट पर देव दीपावली महोत्सव में गंगा की महाआरती में हजारों दीपों की अद्भुत नजारा दिखी। वहीं, 20 फीट ऊंची भव्य अमर जवान ज्योति की अनुकृति श्रद्धालुओं के लिए देश भक्ति की प्रेरणा दे रही थी। गंगा सेवा निधि की तरफ से अमर बलिदानों को अमर जवान ज्योती पर रिथलेईंग की गई। 39 जी.टी.सी. के बैंड की धुन के साथ जवानों द्वारा लास्टपोस्ट व गार्ड ऑफ आनर दिया गया। सम्पूर्ण कार्तिक मास आकाश दीप प्रज्जवलन के कार्यक्रम का भी समापन हुआ। इसी क्रम में प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर गंगोत्री सेवा समिति के अगुवाई में शाम ढलते ही वैदिक मंत्रोच्चार के बाद मां गंगा की 51 लीटर दूध से दुग्धाभिषेक कर 21 ब्राम्हणों ने गंगा की महाआरती की। इस दौरान घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ।
