लखनऊ, 14 नवंबर :
यूपी पीसीएस और आरओ-एआरओ भर्ती की प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन में कराने की मांग को लेकर प्रयागराज में चल रहे अभ्यर्थियों के आंदोलन के समर्थन में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर ट्वीट के जरिए प्रदेश की भाजपा सरकार पर करारा हमला किया है।
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश ने एक्स अकाउंट पर कहा ‘प्रदेश की अहंकार से भरी भाजपा सरकार लाख कोशिशों के बाद भी आख़िर में इलाहाबाद के जुझारू आंदोलनकारी युवक-युवतियों के सामने हारेगी और दिखावा ये करेगी कि सब गलती उप्र लोक सेवा आयोग के अधिकारियों की है। देश-प्रदेश चलाने के लिए जो प्रतिभावान युवा IAS/PCS या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थी बनते हैं, उनमें इतनी अधिक समझ होती है कि वो ये बात आसानी से समझ सकें कि इस खेल के पीछे असल में कौन है। भाजपा के चेहरे से एक के बाद एक मुखौटे उतर रहे हैं। भाजपा का ‘नौकरी विरोधी’ चेहरा अभ्यर्थियों के सामने बेनक़ाब होता जा रहा है। अच्छा हो कि भाजपा नाटक करना छोड़ दे। उन्होंने कहा कि भाजपा युवाओं के भविष्य को अपने भ्रष्टाचार से दूर रखे।,
उन्होंने लिखा ‘जब भाजपा जाएगी’ तब नौकरी आएगी!’
अखिलेश ने आगे लिखा ‘भाजपा की अहंकारी सरकार अगर ये सोच रही है कि वो इलाहाबाद में UPPSC के सामने से आंदोलनकारी अभ्यर्थियों को हटाकर, युवाओं के अपने हक़ के लिए लड़े जा रहे लोकतांत्रिक आंदोलन को ख़त्म कर देगी, तो ये उसकी ‘महा-भूल’ है। आंदोलन तन से नहीं मन से लड़े जाते हैं और अभी तक वो ताक़त दुनिया में नहीं बनी जो मन को हिरासत में ले सके।’
‘दिव्यांग कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!’
एक अन्य पोस्ट में अखिलेश ने कहा ‘इलाहाबाद में एक आंदोलनकारी दिव्यांग छात्रा की बैसाखी पुलिस ले गयी है… ये ख़बर बताती है कि भाजपाई और उनकी सरकार कितनी निर्दयी और संवेदनहीन है। ऐसी सरकार को बने रहने का कोई हक़ नहीं है। भाजपा घमंड के हिमालय पर चढ़ी हुई है। जो जितनी ऊंचाई पर होता है, उसका पतन भी उतना ही नीचे और तेजी से होता है।’