हैदराबाद, 14 नवंबर 2024, गुरुवार। भाग्यनगर नाम से प्रसिद्ध हैदराबाद में एक भव्य सांस्कृतिक महोत्सव होने वाला है, जिसका नाम लोकमंथन-भाग्यनगर-2024 है। यह महोत्सव 21 से 24 नवंबर तक चलेगा और इसमें देश-दुनिया की सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन होगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी 22 नवंबर को इसका उद्घाटन करेंगी। यह आयोजन शहर के हाईटेक सिटी स्थित शिल्पकला वेदिका में होगा।
लोकमंथन के पीछे की कहानी बहुत रोचक है। यह आयोजन प्रज्ञा प्रवाह नामक वैचारिक संस्था की उपज है, जिसके राष्ट्रीय संयोजक जे. नंदकुमार जी हैं। नंदकुमार जी की बौद्धिक परिकल्पना का सार्थक परिणाम है लोकमंथन। वे भारतीय संस्कृति के विविध रुपों और आयामों से गहरे तौर पर जुड़े हुए हैं और उनकी सादगी मन को मोह लेती है। हैदराबाद में लोकमंथन के आयोजन के लिए नंदकुमार जी और उनकी टीम दिन-रात काम कर रही है।
लोकमंथन का मुख्य उद्देश्य भारत को औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्त करना और दुनिया को उसकी प्राचीन कला-संस्कृति के उदात्त पक्षों से अवगत कराना है। जे नंदकुमार, राष्ट्रीय संयोजक, बताते हैं कि यह आयोजन भारतीय संस्कृति के विविध रुपों और आयामों को प्रदर्शित करने का एक मंच है।
लोकमंथन का आयोजन पहले भोपाल, रांची और गुवाहाटी में हो चुका है, और इस साल हैदराबाद में इसका चौथा आयोजन होने जा रहा है। यह आयोजन प्रज्ञा प्रवाह नामक वैचारिक संस्था द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जिसके राष्ट्रीय संयोजक जे नंदकुमार हैं। लोकमंथन में देश-दुनिया की सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन होगा, और इसमें विभिन्न क्षेत्रों के कलाकार और विद्वान भाग लेंगे। यह आयोजन भारतीय संस्कृति को विश्वभर में प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण मंच है।
लोकमंथन-भाग्यनगर-2024 में कई बड़े नाम शामिल होंगे। पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू 21 नवंबर को प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे, जबकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी 22 नवंबर को महोत्सव का विधिवत उद्घाटन करेंगी। आरएसएस के सरसंघचालक डॉ. मोहन राव जी भागवत अंतिम दिन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा, कई अन्य नामचीन लोग भी सम्मेलन में शामिल होंगे।