नई दिल्ली, 11 नवंबर 1024, सोमवार। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान ‘बटेंगे तो कटेंगे’ ने देश की सियासत में एक नया मुद्दा पैदा कर दिया है। विपक्षी दल इस बयान को लेकर बीजेपी पर हमलावर हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को योगी आदित्यनाथ को नसीहत देते हुए कहा कि एक सच्चा योगी ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकता, जो आतंकवादियों की भाषा है। खरगे ने आगे कहा कि योगी आदित्यनाथ एक मठ के प्रमुख हैं और भगवा वस्त्र पहनते हैं, लेकिन उनकी भाषा में राम के साथ छुरी का समर्थन है, जो उनके योगी होने के सिद्धांत के विरुद्ध है। यह बयान योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और उनके विचारों पर सवाल उठाता है और विपक्षी दलों को उन पर हमला करने का एक नया मुद्दा देता है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी बड़ा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी विपक्ष को दबाने और चुनी हुई सरकारों को गिराने के लिए विधायकों को बकरियों की तरह खरीदते और खिला-पिलाकर काट देते हैं। इसके अलावा, खरगे ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी और अमित शाह अदाणी और अंबानी के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं। खरगे के इस बयान से स्पष्ट है कि वे प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार की नीतियों के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं और उन पर हमला करने के लिए कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। यह बयान राजनीतिक गलियारों में एक बड़ी चर्चा का विषय बन सकता है और आने वाले दिनों में इसके परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी, सीबीआई और अन्य एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इससे हम डरने वाले नहीं हैं, क्योंकि हमने आजादी के लिए लड़ाई लड़ी है और प्राणों की आहुति दी है। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी संविधान बचाने की कोशिश कर रहे हैं। यह बयान विपक्षी दलों द्वारा सरकार पर बढ़ते हमलों की श्रृंखला में एक और हमला है। कांग्रेस अध्यक्ष के इस बयान से यह स्पष्ट है कि विपक्षी दल सरकार के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और उन पर आरोप लगाते रहेंगे कि वे अपने विरोधियों को दबाने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे यहीं नहीं रुके, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मोदी जैविक नेता नहीं हैं, बल्कि आदतन झूठे हैं जो अपने वादे पूरे नहीं करते हैं। खरगे ने यह भी पूछा कि क्या गुजरात में सचमुच स्वर्ण युग आया है, जहां मोदी 25 साल तक मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि मोदी पिछड़ों और महिलाओं का शोषण करने वालों का समर्थन करते हैं। खरगे ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी मणिपुर जाने से डरते हैं, और उन्हें वहां जाने की चुनौती दी है। यह हमला कांग्रेस और भाजपा के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव को दर्शाता है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा और आरएसएस पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि देश की आजादी में इन संगठनों का कोई योगदान नहीं है। गांधी जी ने जब ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का आह्वान किया, तब आरएसएस के लोग अंग्रेजों के लिए नौकरी कर रहे थे। अब ये लोग हमें देशभक्ति का पाठ पढ़ा रहे हैं, जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। यह बयान भाजपा और कांग्रेस के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव को दर्शाता है। खरगे ने आरएसएस पर आरोप लगाया है कि वे आजादी की लड़ाई में शामिल नहीं थे, बल्कि अंग्रेजों के साथ मिलकर काम कर रहे थे। अब वे देशभक्ति की बात कर रहे हैं, जो कि उनके अतीत के कार्यों से मेल नहीं खाता है। यह बयान राजनीतिक दलों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है और आगे चलकर इसके और भी तीखे हमले हो सकते हैं।