नई दिल्ली, 6 नवंबर 2024, बुधवार: मंगलवार को दिल्ली एम्स में लोकगायिका शारदा सिन्हा ने अंतिम सांस ली, जिससे देशवासियों में शोक की लहर फैल गई है। उनके निधन से संगीत जगत में एक बड़ी क्षति हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शारदा सिन्हा के निधन पर दुख जताया है, जिससे उनकी महानता और संगीत प्रतिभा को सलाम किया जा रहा है। उनकी आवाज में भारतीय संस्कृति और लोक संगीत की झलक दिखाई देती थी, जिसने लाखों दिलों को छुआ है। शारदा सिन्हा का जाना संगीत जगत के लिए एक बड़ा नुकसान है, लेकिन उनकी संगीतमय विरासत हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेगी।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं। आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी। उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति! गृहमंत्री अमित शाह ने उनके निधन पर दुख जताया है। बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव ने उन्हें निधन पर दुख जताया है। वहीं जदयू की ओर से पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार सिंह ने उनके निधन को मर्मान्तक कहा है।
पद्मभूषण शारदा सिन्हा पिछले कई दिनों से बीमार चल रही थीं, उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। वह काफी समय से आईसीयू में भर्ती थीं। सोमवार के दिन अचानक तबियत बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था। उन्होंने मंगलवार रात 9 बजकर 20 मिनट पर अंतिम सांस ली। इस खबर ने देशभर में उनके शुभचिंतकों को झकझोर कर रख दिया। शारदा सिन्हा के गाये छठ गीत अभी भी हर तरफ बजते हैं लेकिन बिहार की स्वर कोकिला अब हमारे बीच नहीं रहीं। खबरों के मुताबिक, दिल्ली एम्स के कैंसर ब्लॉक में शारदा का पार्थिव शरीर रखा गया है। फिलहाल परिवार के नजदीकी लोग और उनके बेटे वहां मौजूद हैं।
देश की महान सिंगर मौजूदा समय में वेंटिलेटर पर थीं और किडनी की गंभीर समस्या से जूझ रही थीं। छठ के गीत गाकर पॉपुलैरिटी हासिल करने वाली शारदा सिन्हा पिछले कुछ समय से उनके स्वास्थ्य में ज्यादा गड़बड़ी आ गई थी। सभी उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना कर रहे थे लेकिन सिंगर ने 72 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया।