अयोध्या, 31 अक्टूबर 2024, गुरुवार। अयोध्या दीपोत्सव में इस साल दो नए वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए गए हैं! राम लला के नए और भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली दिवाली में बुधवार को यह उपलब्धि हासिल की गई है। अयोध्या दीपोत्सव में 25 लाख 12 हजार 585 दीप जलने का रिकॉर्ड बन गया है, जो एक नए वर्ल्ड रिकॉर्ड की स्थापना करता है। इसी के साथ, 1121 लोगों ने एक साथ सरयू आरती करते हुए दूसरा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है, जो इस आयोजन की भव्यता और एकता को दर्शाता है। यह आयोजन न केवल अयोध्या की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है, बल्कि यह लोगों को एक साथ लाने और सनातन की भावना को बढ़ावा देने में भी मदद करता है। अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत कर रहा था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका शुभारंभ किया, जिसमें लाखों दीपों की रोशनी से पूरा अयोध्या धाम, सरयू तट और आसपास के घाट जगमग हो गए। बुधवार की शाम लेजर शो और होलोग्राम थ्रीडी के माध्यम से भगवान श्री राम की महिमा का गुणगान हुआ। अयोध्या में दीपोत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक प्रेरक भाषण दिया। उन्होंने कहा, आज जलाए जा रहे दीप केवल दीपक नहीं, बल्कि सनातन धर्म का विश्वास है। अयोध्या की तरह मथुरा और काशी में भी यही भव्यता दिखनी चाहिए। सनातन धर्म ने कभी किसी का अहित नहीं किया, बल्कि सबको गले से लगाकर मानवता का संदेश दिया है। उन्होंने आगे कहा, लेकिन मानवता के रास्ते में आने वाले बैरियर्स का नाश होगा, जैसे यूपी के माफियाओं का हुआ। आज पूरी अयोध्या त्रेता युग जैसी लगती है। हमने एक बार फिर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। मैं पूरे प्रदेश के लोगों से अपील करता हूं कि हर घर में धूमधाम से दीपावली मनाएं। अयोध्या में आज दो-दो विश्व रिकॉर्ड बने हैं।
जनता को संबोधित करने दौरान उनके भाषण में लोकसभा चुनाव के दौरान अयोध्या से भाजपा प्रत्याशी को मिली पराजय का दर्द भी छलका। मुख्यमंत्री ने भारी गले से जनता को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या के लिए भाजपा की डबल इंजन सरकार ने जो-जो कहा उसे पूरा किया, मगर एक बार फिर से अयोध्या की बारी है। मां सीता की अग्निपरीक्षा बार-बार नहीं होनी चाहिए, हमें इस अभिशाप से बाहर निकलना होगा। सीएम योगी ने दीपोत्सव के पहले संस्करण को याद करते हुए कहा कि तब रामकथा मंडप छोटा था। उस वक्त यहां एक ही नारा लगता था कि योगी जी एक काम करो, मंदिर का निर्माण करो। तब मैंने उस समय कहा था कि विश्वास कीजिए, ये जो दीप आपके द्वारा जलाए जाएंगे वो केवल दीप नहीं सनातन धर्म का विश्वास हैं, प्रभुराम की कृपा अवश्य बरसेगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सब आभारी हैं पीएम मोदी के, जिनके दूदरर्शिता के करण 5 अगस्त 2020 के समय जब दुनिया कोरोना महामारी के सामने पस्त थी, तब भारत के प्रधानमंत्री अयोध्या धाम में आकर विरासत के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए यहां आकर श्रीराम मंदिर के शिलान्यास का कार्यक्रम अपने कर कमलों से संपन्न किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये वर्ष अयोध्या के लिए अद्भुत, अनुपम, अलौकिक और अद्वितीय है। इस वर्ष 22 जनवरी 2024 को अयोध्या धाम में 500 साल का इंतजार समाप्त करके, एक बार फिर भगवान श्रीराम अपनी जन्मभूमि पर विराजित होकर, ये संदेश देकर गये हैं कि कभी अपने पथ से विचलित न होइए, संघर्ष का मार्ग अपनाइए, सफलता अवश्य प्राप्त होगी।
उन्होंने कहा कि यह अवसर है हमारे पास उन सभी आत्माओं को स्मरण करने का, जिनका पूरा जीवन रामजन्म भूमि आंदोलन के लिए, प्रभुराम की कृपा का प्रसाद प्राप्त करने के लिए समर्पित था। उन सभी पूज्य संतों को नमन। बता दें, अयोध्या के दीपोत्सव में एक भव्य आयोजन हुआ, जहां भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की पूजा और आरती की गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुष्पक विमान (हेलीकॉप्टर) से आए भगवान राम के स्वरूपों का स्वागत किया। इसके बाद, उन्हें रथ पर सवार कराया गया और मुख्यमंत्री योगी सहित अन्य मंत्री और गणमान्य लोगों ने रथ को रामकथा पार्क तक खींचा। वहां, मुख्यमंत्री योगी ने भगवान राम की आरती उतारी और तिलक किया। इस दौरान, देश भर से आए कलाकारों और रामभक्तों ने जगह-जगह पर भगवान राम का स्वागत किया।