वाराणसी, 27 अक्टूबर 2024, रविवार। धनतेरस वह त्योहार है जिसे दिवाली की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। देश में धनतेरस और दिवाली को लेकर बाजार सजने लगा है। धनतेरस के अवसर पर पुराने सिक्कों की मांग आज भी है। लोग इनकी जमकर खरीदारी करते हैं। बाजार में पुराने सिक्के मुख्यत: तीन तरह के मिलते हैं। इसमें सबसे प्रचलित रानी विक्टोरिया, जार्ज पंचम और एडवर्ड -7 के नाम के सिक्के हैं। अबकी दिवाली में विक्टोरिया के सिक्के खरीदने में धोखा न खा जाएं कस्टमर्स, इसका विशेष ध्यान रखना होगा। पिछले साल कई कस्टमर्स विक्टोरिया का सिक्का लेकर हॉलमार्किंग सेंटर पहुंचे थे लेकिन तब तक काफी देरी हो चुकी थी। इसलिए इस बार दीपावली में विक्टोरिया के सिक्के खरीदने जा रहे हैैं तो देख ताककर खरीदें, क्योंकि मार्केट में असली के नाम पर नकली सिक्का भी बेच दिया जाता है।
बता दें कि दिवाली और धनतेरस का लोग पूरे साल इंतजार करते हैं। हिंदु धर्म में इस दिन धन्वंतरि देव, लक्ष्मी जी और कुबेर महाराज की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन सोना-चांदी का नया सामान खरीदने से लक्ष्मी खुश होती हैं। सोना-चांदी के साथ-साथ बर्तन या अन्य सामान खरीदना भी शुभ माना जाता है। यहीं कारण है कि धनतेरस पर अधिकतर लोग विक्टोरिया का सिक्का खरीदना चाहते हैं, क्योंकि उसकी प्योरिटी 91.60 टंच होती है। इसके मुकाबले अन्य सिक्का की कोई प्योरिटी नहीं होती है। कई छोटे कारोबारी तो गिलट का ही बनवा लेते हैं और इसे बेचकर अच्छा-खासा मुनाफा कमाते हैैं। इसलिए लोग विक्टोरिया सिक्के को ज्यादा पसंद करते हैं। लिहाजा, आपको विक्टोरिया सिक्के की खरीदारी करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि ज्वैलर्स चांदी के नाम पर खोटे सिक्के भी थमा सकते हैं। इसलिए चांदी के सिक्के खरीदते समय तोल के साथ शुद्धता की भी जांच करनी जरूरी है। इसके लिए हॉलमार्क का विशेष ध्यान रखना चाहिए, जो पूरे देश में तकरीबन लागू हो गया है।
उप्र स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष एवं वाराणसी के सराफा व्यापारी सत्यनारायण सेठ ने बताया कि बिना बिल के सिक्का को नहीं खरीदना चाहिए। बिल लेने पर कस्टमर्स सेफ रहते हैैं। थोड़ा पैसा बचाने के लिए सस्ते दर पर सिक्का खरीद लेते हैं। धनतेरस पर कई हजार सिक्का बिकता है। इनमें से कई दुकानदारों ने मुनाफ़े के चक्कर में ऐसे सिक्के बेच देते हैं, जो विक्टोरिया नहीं होता है। चूंकि, आम पब्लिक भी इसको नहीं पहचान पाती। उन्होंने बताया कि पिछली बार दिवाली के बाद कई कस्टमर्स की ऐसी शिकायतें आयी थी कि उन्हें असली विक्टोरिया के नाम पर नकली सिक्का दे दिया गया। इसे लेकर कई कस्टमर्स हॉलमार्र्किंग सेंटर में भी गए लेकिन वहां पर सिर्फ सोने की शुद्धता परखी जाती है चांदी की नहीं। चांदी के सिक्के में घालमेल रोकने के लिए अभी तक कोई डिपार्टमेंट नहीं बना है। इसके खिलाफ लोग पुलिस प्रशासन के पास ही जाते हैं।