झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार बनी और अपना हक अधिकार लेना शुरू किया तो बीजेपी के लोगों के पेट में दर्द होने लगा. वे लोग तरह-तरह के हथकंडे अपनाने लगे और हम झारखंडी जल, जंगल, जमीन की रक्षा करने वालों को झूठा केस में फंसा कर जेल भेज दिया. उन्हें जेल तक जाना पड़ा, लेकिन सरकार नहीं गिरी. वे बुधवार को चाईबासा विधानसभा क्षेत्र के झामुमो प्रत्याशी और मंत्री दीपक बिरुवा की नामांकन जनसभा को संबोधित कर रहे थे.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि पहले तो ये बोलते थे कि आदिवासी लोग सरकार नहीं बना पाएंगे. बना भी लिया तो 5 साल तक चला नहीं पायेंगे, लेकिन हमने सरकार भी बनायी और सफलतापूर्वक पांच साल तक चलाया भी. साजिश करके सरकार गिराने का भरपूर प्रयास किया गया, लेकिन वे सफल नहीं हो सके. इस आदिवासी सरकार को गिराने के लिए अब पूरे देश की ताकत लगी हुई है. एक दर्जन से अधिक मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री उनके खिलाफ खड़े हैं. उन सब की नजर हमारी खनिज संपदा पर है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा को किसी हाल में सत्ता में आने नहीं दिया जाएगा. पांच साल सत्ता से बाहर रहने के कारण इनकी बौखलाहट इस कदर हावी रही कि हर दिन सरकार गिराने की साजिश रचते रहे, मगर हमारी सरकार ने पूरी ताकत से उनका मुकाबला किया. हमारी सिंगल इंजन की सरकार उनके डबल इंजन की सरकार से बेहतर चली. एकबार फिर से झारखंड में इंडी गठबंधन की वापसी होने जा रही है. राज्य की जनता उनके झांसे में नहीं आने वाली है. 1.36 लाख करोड़ राज्य का केंद्र पर बकाया है. वह नहीं दे रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झामुमो प्रत्याशी दीपक बिरुवा के पक्ष में मतदान की अपील की.