वाराणसी, 18 अक्टूबर 2024, शुक्रवार। बीएचयू से राहत देने वाली खबर सामने आई है। कोलकाता की मेडिकल छात्रा के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में प्रभावी कार्रवाई नहीं होने और स्थानीय मांग के कारण हड़ताल कर रहे जूनियर रेजीडेन्ट ने काम पर लौटने का ऐलान किया। आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. एसएन संखवार के साथ हुई बैठक में हड़ताल वापसी पर सहमति बनी है।
आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो.एसएन संखवार ने शुक्रवार को रेजिडेंट के साथ बैठक की। संखवार ने रेजिडेंट की बातों को सुना व समझा फिर उन्होंने उनकी मांग पर कहा कि एमएस ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल (एसओपी) बना दी है। रेजीडेंट के साथ कोई घटना होती है तो जांच के बाद छह घंटे में मुकदमा दर्ज होगा। एसओपी, छह घंटे में मुकदमा, सुरक्षा गार्ड बढ़ाने, बायोमेट्रिक लॉक लगाने के आश्वाशन पर रेजीडेन्ट मान गय और काम पर लौट आए हैं।
बता दें, बीएचयू अस्पताल में रेजिडेंट की हड़ताल से मरीजों की मुसीबतें बढ़ती जा रही थी। ओपीडी के साथ-साथ वार्ड में भी भर्ती मरीजों को दिक्कत होने लगी थी। सामान्य दिनों में कंसल्टेंट के राउंड के बाद रेजिडेंट मरीजों के इलाज में लगे रहते हैं, लेकिन उनके हड़ताल पर जाने की वजह से ओपीडी में केवल कंसल्टेंट के बैठने से मरीजों की भीड़ बाहर लगी रहती थी। वहीं, वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजन रेजिडेंट के आने का इंतजार रहते थे। हड़ताल का असर ऑपरेशन पर भी दिख रहा था। सामान्य दिनों में 100 ऑपरेशन होते थे। हड़ताल के दिनों केवल 50 से कम ऑपरेशन हुए। हालांकि, हड़ताल वापसी के बाद मरीजों को काफी राहत मिलेगी।