कुशीनगर, 23 सितंबर। उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अक्सर सवाल उठाते नजर आते हैं। कभी बुलडोजर, कभी बहन-बेटियों की सुरक्षा, तो कभी फर्जी एनकाउंटर को लेकर योगी सरकार को घेरते रहते हैं। लेकिन इस बार योगी की पुलिस ने अपराध में संलिप्त अखिलेश के नेता को ही घेरे में ले लिया है। कुशीनगर पुलिस ने जाली नोट का गोरखधंधा करने वाले एक अंतर्राष्ट्रीय का खुलासा कर 10 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों से लाखों की जाली करेंसी के अलावा भारी मात्रा में हथियार और लग्जरी गाड़ियां भी बरामद हुई हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि जाली नोटों का ये कारोबार कथित रुप से सपा नेता मोहम्मद रफीक खान उर्फ बबलू की सरपरस्ती में चल रहा था। रफीक खान समाजवादी लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय सचिव है, बताया जा रहा है कि रफीक अखिलेश के बेहद करीबी था।
कुशीनगर के कप्तान संतोष मिश्रा ने बताया कि पुलिस के हत्थे चढ़े गिरोह के पास से 5 लाख 62 हजार रुपये के जाली नोट बरामद किए गए हैं, साथ ही 3 हजार नेपाली मुद्रा और 1 लाख 10 हजार भारतीय रुपये भी जब्त किए गए हैं। इसके अलावा, बदमाशों के पास से 4 सुतली बम, 10 देशी तमंचे, 30 जिंदा कारतूस और 12 फायर किए गए कारतूस भी मिले हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से 13 मोबाइल, 26 सिम कार्ड, 10 फर्जी आधार कार्ड, 10 एटीएम कार्ड, 8 लैपटॉप और 2 लक्जरी गाड़ियां भी जब्त की गई हैं। एसपी संतोष मिश्रा ने बताया कि सपा नेता रफीक खान के नेतृत्व में यह गिरोह नेपाल के रास्ते जाली नोटों की तस्करी करता था।
सूत्रों के मुताबिक, जाली नोट तस्कर रफीक खान का कनेक्शन पाकिस्तान से भी होने की बात सामने आ रही है। फिलहाल, गिरफ्तार सपा नेता की पाकिस्तान कनेक्शन की जांच की जा रही है। इस पूरे ऑपरेशन को एसपी संतोष मिश्रा की अगुवाई में 5 थानों की पुलिस टीम ने अंजाम दिया। जानकारी के मुताबिक कुशीनगर क्षेत्र नेपाल की सीमा के पास ही है इसलिए बॉर्डर के किनारे वाले इलाकों से बड़े पैमाने पर तस्करी का धंधा हमेशा से फलता- फूलता रहा है। तस्करी में शराब, नशीली दवा के साथ ही जाली नोट का खूब कारोबार चलता है। शराबबंदी के बाद से इन क्षेत्रों में नशीली दवाओं का कारोबार अधिक हो गया है। वहीं, शराब का कारोबार प्रतिदिन होता है। बॉर्डर से बड़ी संख्या में शराब तस्कर और पियक्कड़ पकड़े जाते हैं। इन धंधों के साथ जाली नोट का धंधा अधिक बढ़ गया है। बॉर्डर के दोनों तरफ जाली नोट के तस्कर बराबर पकड़े जाते रहे हैं।