संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय, न्यूयॉर्क (अमेरिका) ने भविष्य के शिखर सम्मेलन के एजेंडे पर, निदेशक मिशेल ग्रिफिन ने कहा है कि “इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य वास्तव में विश्वास और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की कार्यप्रणाली को बहाल करना है। इसलिए, हम देख रहे हैं कि हम वैश्विक स्तर पर एक साथ कैसे काम करते हैं ताकि हम उन सभी वादों को पूरा कर सकें जो हमने पहले ही किए हैं, उन सभी लक्ष्यों को जो हमने पहले ही अपने लिए निर्धारित किए हैं, लेकिन हम उन सभी चुनौतियों और जोखिमों और अवसरों को भी देख रहे हैं जो भविष्य में आने वाले हैं और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के अन्य प्रमुख संगठन उन चुनौतियों के लिए तैयार हैं.। बता दें यूएन का ये बयान पीएम मोदी के अमेरिका दौरे से ठीक पहले आया है ।
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं । इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी के शनिवार से शुरू हुए अमेरिका के तीन दिनों के दौरे पर क्वाड समिट, प्रेसिडेंट बाइडेन समेत 3 राष्ट्राध्यक्षों से करेंगे द्विपक्षीय वार्ता होगी ।
अमेरिका की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान, पीएम मोदी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन और भविष्य के शिखर सम्मेलन (SOTF) में भाग लेंगे। इसके साथ ही, वे अपनी यात्रा के दौरान कुछ महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे ।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस बार का अमेरिकन दौरा सामरिक , रणनीतिक और अर्थी सभी दृष्टि से महत्वपूर्ण है । अपने तृतीय कार्यकाल के दौरान पीएम मोदी जा ये पहला अमेरिका दौरा है । इससे पहले पीएम मोदी रुस और यूक्रेन की यात्रा अभी कुछ दिन पहले ही कर चुके है । पीएम मोदी के रस दौरे के दौरान अमेरिका ने एतराज भी जताया था ।
लेकिन भारत ने अपना मत स्पष्ट किया था कि भारत के सभी मित्र देशों के साथ उसके संबंध में राष्ट्रहित सर्वोपरि है ।