वाराणसी। महाराष्ट्र सहित पूरे देश में आज शनिवार (7 सितंबर) से दस दिवसीय गणेश उत्सव शुरू हो गया है। गणेश चतुर्थी को लेकर महादेव की नगरी काशी में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। श्री काशी विश्वनाथ धाम में भगवान शिव व् माता देवी पार्वती के प्रिय सनातन परंपरा में प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश जी का विधि विधान से पूजन अर्चन पंडित चंद्रमौली उपाध्याय के सानिध्य में किया गया।
काशी विश्वनाथ न्यास के सीईओ विश्वभूषण मिश्र ने कहा कि शिवपुराण के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी को मंगलमूर्ति गणेश जी की अवतरण-तिथि होती है। सनातन शास्त्रों के अनुसार इसी दिन रिद्धि सिद्धि के दाता, विध्नहर्ता भगवान श्री गणेश जी का अवतरण हुआ था। गणेश जी को समस्त देवताओ में प्रथम पूज्य देव कहा गया है। श्री गणेश जी सुख समृद्धि दाता भी है। इनकी कृपा से परिवार पर आने वाले संकट और विध्न दूर हो जाते हैं।
वहीं, काशी में गणेशोत्सव के साथ ही मोदक की भी डिमांड बढ़ गई है। गणेशोत्सव और मोदक ये दोनों ही एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। घर हो या मिठाई की दुकान गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर सिर्फ यही बनाए जाते हैं। मोदक को भगवान गणेश की पसंदीदा मिठाई माना जाता है और भगवान को इससे भोग लगाया जाता है।