विष्णुप्रिया की याचिका पर 10 दिन में कुंवर अनंत से मांगा काउंटर, 13 को जजमेंट संभव~~
वाराणसी के काशी राज परिवार यानि पूर्व काशी नरेश राजा विभूति नारायण के बेटे और बेटियों का विवाद गुरुवार को हाईकोर्ट में गूंजा। महल के अलग-अलग हिस्सों में कब्जेदारी जमाए राजकुमारियों ने हर संपत्ति में अधिकार के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है ।
काशीराज परिवार की राजकुमारी विष्णुप्रिया ने कुंवर अनंत नारायण पर मनमाने तरीके से संपत्तियों की ब्रिकी और हस्तांतरण का आरोप लगाया। उनके वकील ने कोर्ट में राजकुमार का हिस्सा नहीं देकर सभी संपत्तियों पर कुंवर की कब्जेदारी की बात भी कही।
राजकुमारी विष्णुप्रिया की याचिका पर हाईकोर्ट के जज विपिन चंद्र दीक्षित ने कुंवर अनंत नारायण से अगले 10 दिन में काउंटर दाखिल करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही वहीं विष्णु को 10 सितंबर तक रिमांडर दाखिल करने का समय दिया। मामले की सुनवाई के लिए 13 सितंबर की तारीख सुनश्चित की।
विष्णुप्रिया के वकील अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि जज ने स्पष्ट किया कि काउंट और रिमांडर अवधि में काशी राज परिवार की कृष्णप्रिया, कुंवर अनंत नारायण की सभी संपत्तियां स्थगित रहेगी और कोई भी इसकी खरीद या बिक्री नहीं कर सकेगा। कोर्ट ने सुनवाई तक सभी संपत्तियों पर अंतरिम स्टे दिया है।
बहनों और कुंवर में चल रही मुकदमेबाजी
कुंवर अनंत नारायण सिंह ने बताया कि बहनें रामनगर किले में ही रह रही हैं। पिता डॉ. विभूति नारायण सिंह ने तीनों बहनों की शादी के साथ ही उन्हें अचल संपत्तियां दी थीं। काशी नरेश की मृत्यु के बाद बहनों ने 2005 से संपत्ति विवाद को लेकर मुकदमेबाजी शुरू की। पिछले दिनों 05 मार्च 2024 को विष्णुप्रिया ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें हरि प्रिया, कृष्ण प्रिया और भाई अनंत नारायण को प्रतिवादी बनाते हुए संपत्तियों की बिक्री का आरोप लगाया था। इसमें सुनवाई जारी है और कोर्ट 13 सितंबर को सुनवाई करेगा।
बता दें कि पूर्व काशी नरेश डॉ. विभूति नारायण सिंह के तीन बेटियां विष्णु प्रिया, हरि प्रिया, कृष्ण प्रिया और एक बेटे अनंत नारायण के बीच पिछले कई सालों से किले के अंदर और बाहर की संपत्ति को लेकर विवाद है। यह सभी अभी किला परिसर में ही रहते हैं। बहनें अपने भाई और उनके कर्मचारियों पर तानाशाही का आरोप लगाती रही हैं।