वाराणसी। धर्म, आध्यात्म, सांस्कृतिक नगरी की राजधानी काशी एक ऐसा शहर है, जहां धर्म-कर्म, पूजा पाठ के अलावा पर्यटन के लिहाज से घूमने के लिए भी आपको सब कुछ मिल जाएगा। इसकी सुंदरता का वर्णन जितना किया जाए, उतना कम है। काशी विश्वनाथ धाम, गंगा घाट के अलावा यहां के कई ऐसे डेस्टिनेशंस हैं, जहां न सिर्फ देशी पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है बल्कि विदेशी पर्यटक भी इन स्थानों को अपनी ट्रैवल लिस्ट में पहले स्थान पर रखते हैं। वाराणसी के गंगा घाट, काशी विश्वनाथ धाम सहित सारनाथ में बीते कई सालों में देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ी है, लेकिन पर्यटन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसका बड़ा कारण अवैध गाइडों की लगातार बढ़ती संख्या है। ये गाइड पर्यटकों से न सिर्फ जबरन वसूली कर रहे हैं बल्कि लूटपाट की घटना को भी अंजाम दे रहे हैं। इसकी बानगी काशी विश्वनाथ धाम में उस वक़्त देखने को मिली जब बाबा के दर्शन को आए दक्षिण भारतीय श्रद्धालुओं का 17 स्मार्टफोन लेकर गाइड फरार हो गया।
खबरों के मुताबिक, तमिलनाडु से 41 श्रद्धालुओं का समूह मंगलवार की सुबह ट्रेन से वाराणसी पहुंचा। दशाश्वमेध क्षेत्र की एक धर्मशाला में स्नान के बाद सभी लगभग 10 बजे बाबा काशी विश्वनाथ और माता विशालाक्षी मंदिर की ओर निकल पड़े। कॉरिडोर के पास उन्हें एक युवक मिला, जिसने खुद को गाइड बताकर आसानी से दर्शन कराने की बात कही। युवक ने मूल रूप से तमिलनाडु का बताते हुए तमिल और तेलुगू दोनों भाषाओं में बात किया। अवैध गाइड ने श्रद्धालुओं को विश्वास में लेकर दीवार के किनारे चप्पलें उतरवाईं। मोबाइल और अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं को लॉकर में रखने की बात कही। उसने सभी के 17 एंड्रॉयड मोबाइल, डिजिटल घड़ियां और अन्य सामान अपने गमछे में रखवा लिया। सामान को लॉकर में रखने की बात कहकर सभी को गेट से काशी विश्वनाथ मंदिर में एंट्री कराई और खुद बाहर चला गया।
करीब एक घंटे बाद दर्शनार्थियों का दल बाबा के दर्शन करके बाहर लौटा तो उनके चप्पल तो मिले, लेकिन गाइड नहीं मिला। उन्होनें दो घंटे तक इंतजार किया। लेकिन, गाइड का कहीं भी अता-पता नहीं चला। दो यात्रियों ने स्थानीय लोगों से मोबाइल लेकर अपने नंबरों पर फोन मिलाया तो सभी 17 नंबर बंद मिले। नंबर बंद मिलने पर यात्रियों को खुद के साथ उचक्कागीरी होने की बात समझ आई। यात्रियों ने घटना की सूचना ज्ञानवापी कंट्रोल रूम में दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उस अवैध गाइड की काफी तलाश की। पुलिस ने इलाके में लगे CCTV देखा तो उसमें काला कपड़ा पहने और ग्रे टोपी लगाए एक युवक हाथ में गमछे की पोटली लेकर जाते दिखा, जिसे यात्रियों ने पहचान लिया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर स्मार्टफोन के नंबर को भी सर्विलांस पर डालकर लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास कर रही है।