मध्य प्रदेश के छतरपुर के कोतवाली थाने पर पथराव करने वाला मुख्य आरोपी शहजाद अली पुलिस के चंगुल में आ गया है। आरोपी कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में था। आरोपी की योजना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने कोर्ट के सामने ही घेरबंदी करते हुए उसे दबोच लिया है। हाजी शहजाद अली पर कई मामले दर्ज हैं। पत्थरबाजी कांड में नाम सामने आने के बाद उसके काले कारनामे सामने आ रहे हैं। वह पत्थरबाजी के बाद से ही फरार चल रहा था। इस दौरान प्रशासन ने उसके अवैध मकान को जमींदोज कर दिया था। उस हवेली को फिल्म सनम बेवफा देखकर निर्माण करवाया था, जिस पर 20 करोड़ रुपए खर्च किए थे।
बता दें, हाजी शहजाद अली पुलिस पर पथराव का मास्टरमाइंड है और उसके सिर पर 10 हजार का इनाम रखा गया है। छतरपुर जिले के कोतवाली थाने में विशेष समुदाय द्वारा की गई पत्थरबाजी के मामले में हाजी शहजाद अली फरार चल रहा था और उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया था। जानकारी के मुताबिक उसके विदेश भागने की संभावना भी जताई जा रही थी। उसकी गिरफ्तारी के लिए उसके विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की जा रही थी।
प्रियंका से क्यों खफा छतरपुर कांड का मास्टरमाइंड हाजी शहजाद अली!
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने छतरपुर मामले को लेकर लिखा था कि अगर कोई अपराध का आरोपी है तो उसका अपराध और उसकी सजा सिर्फ अदालत ही तय कर सकती है। लेकिन आरोप लगते ही परिवार को सजा देना,उनके सर से छत छीन लेना,आरोप लगते ही आरोपी का घर ढहा देना यह न्याय नहीं अन्याय की पराकाष्ठा है। ऐसा लगता है प्रियंका गांधी के जरिए शहजाद या छतरपुर का नाम लिए बिना किए गए इस पोस्ट से कांग्रेस नेता शहजाद अली को धक्का लगा है और उसकी बातों में ये दर्द छलक रहा है तभी वो कह रहा हैं कि ये ट्वीट किसके पक्ष में किया गया है उसका नाम पता मैं ढूंढता रहा। छतरपुर कोतवाली पथराव मामले में शहजाद का घर बुलडोज़ किया जा चुका है। यहां तक की उसकी गाड़ियों को बुलडोजर से रौंद डाला गया।