वाराणसी। कंगना रनौत ने किसान आंदोलन को लेकर बयान दिया जिसके बाद सियासी महकमे में भूचाल मच गया है। भाजपा ने भी इस बयान से किनारा करते हुए इसे कंगना का निजी विचार बताया और भाजपा सांसद को भविष्य में इस तरह का बयान न देने के सख्त निर्देश दिए। मंडी सांसद ने कहा था कि किसानों के विरोध प्रदर्शन से देश में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी। किसानों पर बयान देकर विवादों में फंसी और खुद बीजेपी के निशाने पर आईं कंगना रनौत विपक्ष के निशाने पर हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कंगना को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कंगना रनौत ने किसानों को गाली दी। उन्होंने कहा कि जब वहां धरना दे रहे थे, तब वहां रेप और मर्डर हो रहा था और वो देख रहीं थीं। जनता का चुना हुआ प्रतिनिधि एक सांसद ऐसे बयान दे रहा है। नशे की बात कर रहा है, अरे वो खुद हमेशा नशे में रहती हैं। मेरी मांग है मोदी जी से और भाजपा पार्टी से की वो तुरंत कंगना रनौत को भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित करें।
अजय राय ने कंगना के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि वो ऐसा बयान दे रही हैं, जैसे उनका कोई स्पेशल कैमरा लगा था। ये बयान उन्होंने तब दिया जब वो सांसद हैं। वह रूलिंग पार्टी की महिला सांसद हैं। मुझे लगता है वो नशे में हैं और हर समय नशे में रहती हैं। राय ने आगे कहा कि हम सब किसान पुत्र हैं। हमारी रगों में किसानों का खून दौड़ रहा है। इस बयान से उन्होंने सबको, पूरे समाज को गाली दी है। हमारी मांग है मोदी जी और नड्डा जी से कि उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाए। खाली यह कहकर कि यह उनका व्यक्तिगत बयान है। भाजपा अपना पीछा नहीं छुड़ा सकती।
अजय राय ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय में महामना मालवीय गंगा, नदी विकास एवं जल संसाधन प्रबंधन शोध संस्थान के बंद होने पर रोष जताया। अजय राय ने कहा कि गंगा के ऊपर शोध करने की जो व्यवस्था थी केंद्रीय विश्वविद्यालय बीएचयू में उसे गंगा पुत्र मोदी जी के रहते बंद कर दिया गया। जहां गंगा की सफाई के लिए शोध हो रहे थे और कार्य किए जा रहे थे। उसे बिना किसी कारण के दिया गया। आप समझ सकते हैं कि सरकार कितनी सीरियस है गंगा सफाई के लिए और कार्य के लिए।
अजय राय ने वाराणसी में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले के विरोध में गुरुवार को शहीद उद्यान से निकाली गई हिन्दू आक्रोश रैली का भी विरोध किया। उन्होंने कहा कि मै बनारस में नहीं था। बांग्लादेश के नाम पर भाजपा-आरएसएस के लोगों ने यात्रा निकालकर अराजकता काशी की सड़कों पर फैलाई। मै भारत के प्रधानमंत्री और काशी के सांसद से यह भी पूछना चाहता हूं कि वो बताएं की शेख हसीना कहां हैं और उन्हें आप ने उन्हें कहां छिपा रखा है। ये पूरा देश जानना चाहता है। यूपी में दस सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव पर सीटों के बंटवारे पर उन्होंने कहा कि हमने 5 सीटें मांगी हैं। आखरी फैसला पार्टी हाईकमान करेगा। हमारा गठबंधन दस की दसों पर भारी मतों से विजयी होगा।