पुलिस सुसाइड तो परिजन बता रहे हत्या
फर्रुखाबाद में मंगलवाल को उस समय हड़कंप मच गया जब एक आम के बाग में एक ही डाल पर दो सहेलियों के शव लटके मिले। जानकारी के मुताबिक दोनों सहेलिया जन्माष्टमी पर मंदिर दर्शन के लिए निकली थीं लेकिन घर नहीं लौटीं। प्रथम दृष्टया पुलिस इसे आत्महत्या का मामला बता रही है, हालांकि परिजन हत्या कर शव लटकाए जाने का आरोप लगा रहे हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम द्वारा जांच कराई गई है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी मौके पर जाकर जांच की है।
कोतवाली कायमगंज क्षेत्र के भगौतीपुर गांव की हैं। रामवीर जाटव की बेटी बबली और महेंद्र जाटव की बेटी शशि दोनों अच्छी दोस्त थीं।।जन्माष्टमी के मौके पर दोनों मंदिर में हो रहे कार्यक्रम में शामिल होने गई थीं। देर रात तक न लौटने पर परिजनों ने बुआ के घर रुकने की आशंका जताई थी। लेकिन मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने दोनों का शव आम के बाग में पेड़ से लटका हुआ देखा। जिसके बाद हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना परिजनों और पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे परिजनों ने हत्या कर शव लटकाए जाने का आरोप लगाया। जबकि पुलिस ने हत्या और रेप की आशंका से इनकार कर दिया है। पुलिस फिलहाल सुसाइड के एंगल से जांच कर रही है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि जबतक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती तबतक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
फर्रुखाबाद के एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि हमें कायमगंज के भगौतीपुर गांव से सूचना मिली कि दो लड़कियां (जिनकी उम्र 18 और 15 साल है) एक पेड़ से लटकी मिली हैं। पता चला है कि दोनों करीबी दोस्त थीं। दोनों ने एक ही दुपट्टे से फांसी लगाई है। शुरुआती जांच में ऐसा लग रहा है कि लड़कियों ने खुद ही ऐसा किया है, लेकिन पोस्टमॉर्टम के बाद ही चीजें साफ हो पाएंगी। हमने मौके से एक फोन और सिम बरामद किया है। इस घटना की वजह पता लगाने के लिए हम मामले की जांच कर रहे हैं।
वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है। अखिलेश ने कहा कि यूपी के फर्रूखाबाद में जन्माष्टमी उत्सव देखने निकली दो बच्चियों की लाशें पेड़ पर लटकी मिलना, एक बेहद संवेदनशील घटना है। भाजपा सरकार इस मामले में तत्काल निष्पक्ष जांच करे और हत्या के इस संदिग्ध मामले में अपनी आख्या प्रस्तुत करे। ऐसी घटनाओं से समाज में एक भयावह वातावरण बनता है, जो नारी समाज को मानसिक रूप से बहुत गहरा आघात पहुंचाता है। ‘महिला सुरक्षा’ को राजनीति से ऊपर उठकर एक गंभीर मुद्दे के रूप में उठाने का अपरिहार्य समय आ गया है।
वहीं यूपी कांग्रेस ने भी इस मामले पर योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि यह राज्य महिलाओं के लिए श्मशान बन गया है। यूपी कांग्रेस ने X पर लिखा कि फर्रुखाबाद में जन्माष्टमी के दिन मंदिर गई दो लड़कियों के शव आम के बाग में फांसी पर लटके हुए मिले। इन्हें यहां किसने लटकाया? क्यों लटकाया? किसी को कुछ नहीं पता। यह प्रदेश महिलाओं के लिए श्मशान बन गया है। घर से बाहर निकलने वाली कोई महिला यहां सुरक्षित महसूस नहीं करती। बेखौफ दरिंदों पर लगाम लगाने के लिए कोई तो ठोस कदम उठाए सरकार! कब तक यूं हमारी बहन-बेटियां डर के साये में सांस लेती रहेंगी?