कस्बा, बाजार व सड़कों पर लगी दावेदारों की होर्डिंग
इसी माह के अंतिम सप्ताह में हो सकती है टिकट की घोषणा
अमानीगंज अयोध्या- मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव का कार्यक्रम अभी निर्वाचन आयोग ने जारी नहीं किया है यह चुनाव सितंबर के अंतिम सप्ताह या अक्टूबर के पहले सप्ताह के बीच में होना बताया जा रहा है। इस सुरक्षित सीट से विधायक रहे अवधेश प्रसाद के सांसद नवनिर्वाचित होने से उनको विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा। इस्तीफे से रिक्त सीट पर उपचुनाव होना है।भाजपा व समाजवादी पार्टी दोनों के लिए यह उपचुनाव नाक का सवाल बना हुआ है। सांसद अवधेश प्रसाद के पुत्र अजीत प्रसाद का समाजवादी से टिकट लगभग तय माना जा रहा है। भाजपा से टिकट के दावेदारों में पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा, रामूप्रियदर्शी,विनय रावत, चंद्रभानु पासवान चन्द्रकेश रावत,विजय बहादुर फौजी,नीरज कनौजिया,सियाराम रावत, राधेश्याम त्यागी व महिलाओं में शांति पासी व राज महिला आयोग की अध्यक्ष रही उषा रावत आदि इन सभी प्रत्याशियों के दावेदारों की होल्डिंग नाग पंचमी व स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबंधन की शुभकामनाओं को लेकर चौराहों पर देखने को मिलेगी। पूर्व विधायक रामू प्रियदर्शी व पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ व चंद्रभानु पासवान व सभी प्रत्याशी अपने टिकट की दावेदारी को लेकर मजबूती से लखनऊ के पार्टी मुख्यालय पर डेरा डाले हुए है। और अपने को एक दूसरे से कम नहीं आक रहे हैं। रामू प्रियदर्शी सोहावल सुरक्षित सीट से तो गोरखनाथ बाबा मिल्कीपुर सुरक्षित सीट से 2017 से 2022 तक भाजपा से विधायक रहे। 2022 के चुनाव में वह सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद से हार गए। वहीं सूत्रों के मुताबिक रुदौली के वर्तमान विधायक रामचंद्र यादव विनय रावत की मजबूती से पैरवी करते हुए बताये जा रहे है।तो शांती पासी हरिग्टनगंज के प्रतिष्ठित परिवार से बताई गई है। वही युवी व प्रतिष्ठित व्यवसायी चंद्रभानु पासवान जिला पंचायत प्रतिनिधि टिकट की दौड़ की सूची में प्रबल माने जा रहे हैं। वही लोकसभा के चुनाव में जिले के संगठन की तरफ से रुदौली विधानसभा में उन्हे 75 बूथों की जो जिम्मेदारी सौपी गई थी उसमें से उन्होंने 65 बूथो पर बखूबी से अपने कर्तव्यों का निर्वाह किया एवं पार्टी के नेतृत्व पर खरा उतरे। वहीं पर देश की सेवा में रहे मिल्कीपुर विधानसभा के विजय बहादुर फौजी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स में क्लास वन आफिसर रहे एवं देश की सेवा में 23 साल तक योगदान दिया और उसके बाद 2021 में सेना से वी आर एस लेकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और 2022 के चुनाव में प्रबल दावेदारी पेश की लेकिन किसी कारणवश टिकट नहीं मिला लेकिन इस बार टिकट के प्रबल दावेदारों की सूची में माने जा रहे है। वहीं पर सपा से अवधेश पासी के बेटे अजीत प्रसाद,देवमणि कनौजिया,सूरज चौधरी और बसपा से रामगोपाल कोरी अपनी दावेदारी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी चुनाव में लोकसभा चुनाव में पार्टी की पराजय का बदला लेना चाहते हैं माना जा रहा है की टिकट में उनकी ही चलेगी। लेकिन यह चुनाव दोनों ही पार्टियों के लिए प्रतिष्ठा पूर्ण का विषय है। यह चुनाव बहुत ही रोचक व संघर्ष पूर्ण होगा।