लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद दल बदल का खेल बहुत तेजी से चल रहा है। हर कोई गंगा नहाने के लिए फुलवाली पार्टी की तरफ भाग रहा है। दरबारी लाल को पता चला है कि हाथी की सवारी छोड़कर उसके एक पूर्व सांसद इन दिनों फूल थामने के लिए व्याकुल हुए जा रहे हैं। गुर्जर बिरादरी से आने वाले यह माननीय बिल्डर भी है। यह भी बता दें कि माननीय के ऊपर बहुत लोगों का बकाया भी चल रहा है लेकिन सभी को पैसे की धमक दिखाते है। फूल थामने के लिए माननीय ने फूल वाली पार्टी के कुछ लोगों को प्रलोभन भी दिया है । अब देखना यह है कि यह प्रलोभन कितना चलता है। दरबारी लाल कोप ता चला है कि पार्टी एक एक गुर्जर और जाट के साथ ही ठाकुर पदाधिकारी भी इसके लिए सक्रिय है।
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पंजे वाली पार्टी में भी इन दिनों टिकट की मरामारी खूब जोरों पर है। टिकट की दौड़ में दिल्ली के एक भूमिहार समाज के नेता भी शामिल हो गए हैं। अब तक इन नेताजी के पास गाजियाबाद के टिकट दवेदार जा रहे थे लेकिन अब नेताजी खुद गाजियाबाद से चुनाव मैदान में उतरना चाह रहे हैं। ऐसे में पुराने दावेदार अब परेशान हैं। हालांकि एक महिला दावेदार के चाहने वाले तो यहां तक कहते हैं कि टिकट हमारा हैं, नेताजी की क्या हैसियत। अब देखना यह होगा कि हैसियत किसकी है।
प्रस्तुति दरबारी लाल