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Sunday, June 29, 2025

मसूर गायक पंकज उधास के मौत के बाद अनूप जलोटा बोले- बंद नहीं होने देंगे उनका मिशन

मशहूर गजल गायक पंकज उधास के निधन से पूरी इंडस्ट्री सदमे में हैं। पंकज उधास का सोमवार सुबह करीब 11 बजे मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। पंकज उधास के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए भजन सम्राट अनूप जलोटा ने कहा कि लोगों ने तो एक मशहूर गजल गायक को खोया है। मैंने तो अपना यार खो दिया। अनूप जलोटा लंबे समय से पंकज उधास के उपक्रम ‘खजाना: गजलों का फेस्टिवल’ से जुड़े रहे हैं। पंकज उधास ने इस फेस्टिवल की शुरुआत एक मिशन के तहत की थी।

अनूप जलोटा कहते हैं, ‘मेरी, पंकज (उधास ), तलत (अजीज) की तिकड़ी हुआ करती करती थी। हमारी बहुत गहरी यारी थी। हम साथ में कार्यक्रम तो करते ही थे, इसके अलावा एक साथ काफी वक्त बिताते थे। पंकज ने गजल गायकी को बड़े आसान तरीके से लोगों के बीच पहुंचाया है। वह बीमार थे, इस बात की जानकारी मुझे थी, लेकिन इतनी जल्दी हमारे बीच से चले जाएंगे, यह नहीं सोचा था। मेरे लिए यह विश्वास करना बहुत मुश्किल हो रहा है, लेकिन अब वह हमारे बीच नहीं रहे।’ 

अनूप जलोटा, तलत अजीज और पंकज उधास ने अभी चार महीने पहले ही मुंबई के नेहरू सेंटर में ‘खजाना: गजलों का फेस्टिवल’ का आयोजन किया था। अनूप जलोटा कहते हैं, ‘अभी हम लोग चार महीने पहले ही मिले थे। इस कार्यक्रम का आयोजन हम लोग साथ में काफी समय से करते आ रहे हैं। दो तीन महीने से जब हमारी बात नहीं हुई तो मैं समझ गया कि तबियत खराब है। बीमारी ऐसी होती है जो किसी को जल्दी नहीं छोड़ती है। लेकिन इतनी जल्दी छोड़कर चले जाएंगे। मुझे अभी ही यकीन नहीं हो रहा है कि पंकज हमारे बीच नहीं है।’

गजल गायक पंकज उदास ‘खजाना गजलों का फेस्टिवल’ का आयोजन पिछले 2 2  वर्षो से करते आ आ रहे हैं। इस फेस्टिवल के जरिए पंकज उदास थैलेसीमिक बच्चों और कैंसर रोगियों के लिए धन जुटाने का सराहनीय कार्य करते आये हैं। इस फेस्टिवल में मुख्य रूप से पंकज उदास, अनूप जलोटा और तलत अजीज अपनी प्रस्तुति देते आए हैं, साथ ही इस कार्यक्रम के जरिए पंकज उधास ने कई नई प्रतिभाओं को मौका दिया है। 

अनूप जलोटा कहते हैं, ‘पंकज का ‘खजाना: गजलों का फेस्टिवल’ के जरिए जो मिशन था, उनके मिशन को हम बंद नहीं होने देंगे। आज भले ही हमारा यार हमारे बीच नहीं रहा, लेकिन उन्होंने जिस उद्देश्य से ‘खजाना गजलों का फेस्टिवल’ का आयोजन शुरू किया था। इस फेस्टिवल के पीछे उनका जो मिशन था उसे हम लोग पूरा करते रहेंगे, यही हमारे यार के प्रति हमारे तरफ से सच्ची श्रद्धांजलि है।’ 

newsaddaindia6
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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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