हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में हुए हिमपात से दुश्वारियां बढ़ गई हैं। हिमपात के चलते बुधवार को राज्य में चार नेशनल हाईवे व 387 सड़कें यातायात के लिए बाधित थीं। सबसे अधिक 288 सड़कें लाहौल-स्पीति जिले में बंद हैं। चंबा जिले में 77 सड़कें अवरुद्ध हैं। वहीं, राज्य में 895 बिजली ट्रांसफार्मर और 17 पेयजल आपूर्ति स्कीमें भी ठप हैं। उधर, पर्यटन नगरी मनाली व आसपास के इलाकों में इस सर्दी के सीजन और नए साल की दूसरी बर्फबारी हुई गई है। मनाली शहर और आसपास के इलाकों में बर्फबारी हुई। शहर में करीब चार सेंटीमीटर, जबकि ढूंगरी, नसोगी, ओल्ड मनाली में पांच से सात सेंटीमीटर तक बर्फबारी हुई।
इसके अलावा सोलंगनाला, अटल टनल, धुंधी, कोठी में दो दिन में तीन से पांच फुट तक बर्फबारी हुई है। बुधवार को मौसम खुलने के बाद बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। फिलहाल पर्यटक वाहन नेहरूकुंड तक भेजे जा रहे हैं। वहीं, शिमला जिले के ऊपरी कई क्षेत्रों में दोपहर से बारिश-बर्फबारी हो रही है। चौपाल के थरोच, शिल्ला व अन्य कई क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से आज भी प्रदेश के कुछ भागों में अंधड़ चलने व ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया गया है। उच्च पर्वतीय कुछ भागों में 25 फरवरी तक मौसम खराब बना रहने के आसार हैं। उधर, 24 फरवरी की रात से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है। इसके प्रभाव से 26 व 27 फरवरी को प्रदेश में फिर बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है।
बीती रात को कोठी 30.0, केलांग 18.0, कुकुमसेरी (लाहौल-स्पीति) 15.3, भरमौर 8.0, तीसा 2.0, मनाली 1.0 व कल्पा 0.9 में सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है। बीते 24 घंटों के दौरान मनाली में 29.0, सलूणी 25.3, तीसा 20.0, चंबा 16.0, सेऊबाग 11.0, बैजनाथ 10.0,