राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के बीच झड़प के रूप में गुरुवार सुबह केरल के अलाप्पुझा जिले में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। इस दौरान आरएसएस के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। बुधवार को देर रात हुई झड़प में छह लोग घायल हो गए। आपको बता दें कि यह रैली एसडीपीआई द्वारा निकाली गई थी। घायलों में दो की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
पुलिस ने कहा कि चेर्थला के पास नगमकुलनगरा इलाके में आरएसएस और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के बीच हुई झड़प में संघ के कार्यकर्ता नंदू की मौत हो गई। एसडीपीआई इस्लामिक संगठन पीएफआई की राजनीतिक इकाई है।
पुलिस ने बताया कि झड़प में कई अन्य लोग घायल भी हुए हैं। हालांकि, उसने मामले में अधिक जानकारी साझा नहीं की। केरल की भाजपा इकाई के अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने आरएसएस कार्यकर्ता की मौत की निंदा की और इसके लिए पीएफआई को जिम्मेदार ठहराया।
आपको बता दें कि पुलिस ने इस मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं की है। इस मामले से परिचित लोगों ने बताया है कि यह हत्या बदले की भावना में की गई है। हिंसा को देखते हुए पूरे इलाके में पुलिस की उपस्थिति बढ़ा दी गई है। आरएसएस कार्यकर्ता की मौत के बाद, गुरुवार को जिलाव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
एसडीपीआई, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का यूथ विंग है। इससे पहले भी यह विंग ऐसे कई संघर्षों में शामिल रहा है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर शुरू से ही हिंसक झड़प और राजनीतिक हत्याओं के आरोप लगते रहे हैं। 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद इस संगठन का गठन किया गया था।