बिहार विधानसभा में 12 फरवरी को होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले सियासी घमासान जारी है। सभी सियासी पार्टी अपने-अपने विधायकों पर निगरानी रख रही है। विधायकों को खूब अहमियत दिया जा रहा है। कांग्रेस पहले ही अपने विधायकों को हैदराबाद भेज चुकी है। राजद ने अपने विधायकों को पटना में ही रहने का निर्देश दिया है। वहीं जदयू भी अपने विधायकों पर कड़ी निगरानी रख रही। इनसब के बीच अब भारतीय जनता पार्टी अपने विधायकों को प्रशिक्षण शिविर के बहाने बोधगया भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी झाबुआ से लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे। वे यहां पर एक रैली को संबोधित कर मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल क्षेत्र से आगामी चुनाव का प्रचार अभियान शुरू करेंगे। पीएम मोदी की रैली को सफल बनाने के लिए भाजपा नेता और कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हुए हैं। पार्टी आदिवासी समुदायों के प्रमुख व्यक्तियों और संतों को आमंत्रित कर रही है। झाबुआ आने पर तीर-धनुष और ढोल जैसे पारंपरिक आदिवासी प्रतीकों से पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया जाएगा।
इससे पहले पांच फरवरी को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा ने रैली स्थल का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें समुदाय के जाने-माने लोगों के साथ-साथ प्रमुख संतों को आमंत्रित करके इस रैली में आदिवासी लोगों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करनी है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को कॉल सेंटर और सोशल मीडिया के जरिए रैली के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए भी कहा था।