बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। इस बार उनकी पीएम नरेंद्र मोदी जैसी गारंटी खूब चर्चा बटोर रही। यह गारंटी एक चीज के लिए नहीं बल्कि दो-दो चीज के लिए। सीनियर आईएएस अधिकारी केके पाठक की पहली गारंटी यह है कि तीसरे चरण में 71 हजार और चौथे में एक लाख शिक्षकों की नियुक्ति होगी। वहीं दूसरी गारंटी यह है कि बिहार में अप्रैल माह से स्कूल में कोई बच्चा जमीन पर बैठकर पढ़ाई नहीं करेगा। यानी स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है।
तीसरे चरण की परीक्षा मार्च महीने में ली जाएगी
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की ओर कहा गया है कि इस साल मार्च से अगस्त तक करीब एक लाख 71 हजार शिक्षकों की नियुक्ति होगी। यह नियुक्ति तीसरे और चौथे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के जरिए की जाएगी। तीसरे चरण की परीक्षा मार्च महीने में ली जाएगी। बताया जा रहा है कि तीसरे चरण में 71 हजार रिक्त पर वैकेंसी निकाली जा सकती है। बिहार लोक सेवा आयोग इसकी तैयारी कर रही है। फरवरी के अंतिम सप्ताह में वैकेंसी की घोषण हो सकती है। बता दें कि अब तक पहले और दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के जरिए नियुक्ति की गई है।
900 करोड़ रुपये स्कूलों में बेंच और डेस्क के लिए स्वीकृत
इधर, किशनगंज में नव चयनित शिक्षक से अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने कहा कि स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा हा है। बिहार सरकार ने इसके लिए हजार करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। 900 करोड़ रुपये स्कूलों में बेंच और डेस्क के लिए स्वीकृत किए गए हैं। एक अप्रैल से कोई भी बच्चा जमीन पर बैठकर अपनी कक्षा में पढ़ाई नहीं करेगा। केके पाठक की यह घोषणा खूब सुर्खियां बटोर रही है। अब तक राज्य के कई सरकारी स्कूलों में बेंच-डेस्क का अभाव है। इस कारण बच्चों को कक्षा में जमीन पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है।