देश के सबसे बड़े बुद्ध प्रतिमा का अनावरण बोधगया स्थित बुद्धा वेलफेयर मिशन के प्रांगण में भव्य तरीके से किया गया। विभिन्न देशों के बौद्ध शीर्ष धर्म गुरुओं ने संयुक्त रूप से प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर देश-विदेश के सैकड़ों बौद्ध भिक्षु उपस्थित थे, जिन्होंने धार्मिक मंत्रोच्चारण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह प्रतिमा 100 फीट लंबी और 30 फीट ऊंची है, जो भगवान बुद्ध के शयन मुद्रा में स्थापित की गई है।
इस मौके पर बुद्धा वेलफेयर मिशन के फाउंडर सेक्रेटरी भंते आर्यपाल ने बताया कि बोधगया अवस्थित बुद्धा वेलफेयर मिशन के परिसर में स्थापित इस प्रतिमा के निर्माण में 2 साल लगे हैं। कोलकाता से आए हुए 22 कारीगरों के द्वारा इस मूर्ति का निर्माण किया गया है। यह मूर्ति 100 फीट लंबी और 30 फीट ऊंची है, जिसके निर्माण में लगभग 10 लाख रुपए की राशि खर्च हुई है। यह बुद्ध मूर्ति फाइबर ग्लास की बनी हुई है, जो दिखने में लोगों को काफी मनमोहक लगेगा।
बुद्धा वेलफेयर मिशन के फाउंडर सेक्रेटरी भंते आर्यपाल ने बताया कि भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली बोधगया में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए यह विशाल प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बिंदु बन गया है। अनावरण के मौके पर वैसे लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया गया, जिन्होंने बुद्धा वेलफेयर मिशन के कई कार्यक्रमों में अपना सहयोग दिया है या जो लोग बीमारी से जूझ रहे हैं, उनका स्वास्थ्य जल्द से जल्द ठीक हो, उनके लिए भी प्रार्थना की गई है।बुद्धा वेलफेयर मिशन में भगवान् बुद्ध की प्रतिमा अनावरण के मौके पर एक समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न देशों के सैकड़ों बौद्ध भिक्षु और श्रद्धालु शामिल हुए। बौद्ध भिक्षुओं ने विशेष प्रार्थना किया और विश्व शांति के लिए भगवान बुद्ध से कामना की। बंगला देश के संघराजा डॉ. जनासरी महाथेरा, डिप्टी संघराजा भंते धर्मप्रिय महाथेरा, इंडिया के संघराजा भंते दिक्पाला महाथेरा सहित वियतनाम, जर्मनी, तिब्बत, कनाडा, अमेरिका श्रीलंका, थाईलैंड, जापान और मलेशिया के शीर्ष गुरुओं के द्वारा प्रतिमा का अनावरण किया गया।