54वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 20 नवंबर से गोवा में आयोजित होने जा रहा है जो 28 नवंबर तक चलेगा। इस साल अंतर्राष्ट्रीय ज्यूरी का नेतृत्व जाने-माने फिल्म निर्माता शेखर कपूर कर रहे हैं। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने IFFI 2023 गोवा पर विस्तृत जानकारी देते हुए जहा कि IFFI वैश्विक फिल्मों को एक महत्वपूर्ण मंच देता है। यह दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों में से एक है जो सिनेमा के माध्यम से देश और दुनियाभर से बेहतरीन प्रतिभाओं को एक साथ लाता है।
इस साल माइकल डगलस को समारोह में सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा ,जिन्हें सिनेमा जगत में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है। डगलस विश्व सिनेमा जगत में महान अंतरराष्ट्रीय हस्तियों में से एक हैं । उन्हें उनकी पत्नी और प्रसिद्ध अभिनेत्री कैथरीन ज़ीटा-जोन्स के साथ इस IFFI के इस पुरस्कार समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है। फिल्म जगत में 50 से अधिक वर्षों के साथ, माइकल डगलस को दो ऑस्कर, पांच गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, एक प्राइमटाइम एमी पुरस्कार मिला चुका है। वर्ष 2023 में, उन्हें 76 वें कान्स फेस्टिवल में पाल्मे डी’ओर नामक लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार भी मिला है। उन्हें ‘वॉल स्ट्रीट’ में गॉर्डन गेको की भूमिका के लिए अकादमी पुरस्कार भी मिल चुका है । माइकल एक अभिनेता के साथ साथ एक फिल्म निर्माता भी हैं । उनकी फिल्मों में वन फ्लाई ओवर द कुकूज नेस्ट और द चाइना सिंड्रोम जैसी दमदार फिल्में शामिल हैं। डगलस न्यूक्लियर थ्रेट इनीशिएटिव संगठन के बोर्ड में हैं, जो मानवता को संकट में डालने वाले परमाणु और जैविक खतरों को कम करने पर काम करता है। 1998 में डगलस को संयुक्त राष्ट्र के शांति दूत के रूप में भी नियुक्त किया गया था।
अनुराग ठाकुर ने बताया कि साल 2023 IFFI में पिछले साल के मुकाबले अंतर्राष्ट्रीय वर्ग के फिल्मों के लिए आवेदकों की संख्या में तीन गुना वृद्धि देखी गई है और यह इफ्फी के लिए अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उद्योग के आकर्षण का परिचायक है। इस साल पहली बार इफ़्फ़ी में ओटीटी को भी रेस में आने का मौका मिला है । उन्होंने कहा कि कोविड 19 महामारी के बाद से ओटीटी उद्योग ने भारत में बहुत वृद्धि की है और यह मंच हजारों लोगों को रोजगार दे रहा है। इस क्षेत्र के सालाना 28 प्रतिशत वृद्धि वाली गतिशीलता को देखते हुए मंत्रालय ने ओटीटी प्लेटफार्मों पर उत्कृष्ट कंटेंट क्रिएटर्स को मान देते हुए इस पुरस्कार की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि 15 ओटीटी प्लेटफार्मों से 10 भाषाओं में कुल 32 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं और विजेता को दस लाख रुपये की राशि से सम्मानित किया जाएगा।
अनुराग ठाकुर ने देश में तेजी से बढ़ते स्टार्टअप इको-प्रणाली के बारे कहा कि सरकारें ऐसी संस्थाओं को पोषित करने के लिए एक समर्थन प्रणाली बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म क्षेत्र में स्टार्टअप इको-प्रणाली को बढ़ावा देने और देश के दूरदराज के इलाकों से प्रतिभाओं को पहचानने के लिए हमने क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो पहल की शुरूआत की थी। इस वर्ष इसके लिए 600 से अधिक प्रविष्टियां आईं हैं और 75 विजेताओं के चयन किया गया है । अगर पिछले तीन वर्षों में ऐसे विजेताओं की कुल संख्या देखें तो 225 हो जाएगी।
इफ्फी 2023 में दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधाएं होंगी । दृष्टिबाधितों के लिए ऑडियो डिस्क्रिप्शन, श्रवणबाधितों के लिए सांकेतिक भाषा, कई भाषाओं में कंटेंट की डबिंग की सुविधा होगी । साल 2023 में IFFI के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता महत्वपूर्ण शैलियों की 15 प्रशंसित फीचर फिल्मों का चयन है, जो फिल्म के सौंदर्यशास्त्र और राजनीति में उभरते रुझानों का प्रतिनिधित्व करती केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत के बाजार की विश्व रैंकिंग 5वें नंबर पर है, जो भारत की मीडिया और मनोरंजन उद्योग की शक्ति दर्शाती है। उन्होंने कहा कि यह बाजार पिछले तीन वर्षों में 20 प्रतिशत की औसत वार्षिक वृद्धि के साथ हर साल बढ़ रहा है। भारत में बनी फिल्में देश के कोने-कोने में छा गई हैं और अब दुनिया के दूर-दराज स्थानों तक पहुंच रही हैं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि सिनेमा जगत में कुछ भी क्षेत्रीय नहीं है, अगर कंटेंट में ताकत है तो यह तेजी से क्षेत्रीय सिनेमा वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनती है ।