उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट के लिए मुंबई में लगभग 30200 करोड़ रुपए के एमओयू साइन
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुसकर सिंह धामी इन दिनों राज्य में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट के लिए अपने मुंबई दौरे पर हैं । इस दौरान मुख्यमंत्री धामी का मुंबई पहुंचते ही उत्तराखंड के प्रवासी नागरिकों द्वारा भवे स्वागत किया गया । मुंबई इस दौरान उत्तराखंड के पारंपरिक रंग में रंग हुआ नजर या रहा था । सोमवार को ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट के लिए मुख्यमंत्री ने रोड शो का आयोजन किया । इस रोड शो में उत्तराखंड सरकार तथा मुंबई के अलग अलग क्षेत्रों के के उद्योग समूहों के के बीच उत्तराखंड में इवेश हेतु 30200 करोड़ के MoU पर हस्ताक्षर किये गए । जिन बड़ी कंपनियों और उत्तराखंड सरकार के बीच एमओयू साइन हुए हैं उनमें से प्रमुख नाम इमेजिका ( थीम पार्क) आत्मन्तन:(रिजॉर्ट), एसीएमई (सौर सेल विनिर्माण), CTRLs (डेटा सेंटर) पर्फ़ेटी(नवीकरणीय ऊर्जा), लॉसंग अमेरिका (आईटी), क्रोमा एटोर, क्लीन मैक्स एनवाइरो (नवीकरणीय ऊर्जा) , साइनस (हेल्थ केयर) हैं ।
ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में अब तक देश से बाहर लंदन,बर्मिघम, अबुधाबी, दुबई में 4 इंटरनेशनल रोड शो किये जा चुके हैं जबकि भारत की अगर बात करें कई राज्यों और प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु, अहमदाबाद और मुंबई में रोड शो किया गया है । ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट के लिए धामी सरकार द्वारा 14 सितंबर और 4 अक्टूबर को दिल्ली में ₹26575 करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर किये । 26 और 27 सितंबर को ब्रिटेन में ₹12500 करोड़ के और 17 और 18 अक्टूबर को यूएई में ₹15475 करोड़ के निवेश का करार हो चुका है। इसके अलावा 26 अक्टूबर को चेन्नई में ₹10150 करोड़, 28 अक्टूबर को बेंगलुरु में ₹4600 करोड़ और 1 नवंबर को अहमदाबाद में ₹24000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव का करार हुआ है। इसी कड़ी में अब मुंबई रोड शो में 30200 करोड़ रुपए के एमओयू साइन किए गए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने सभी निवेशकों से 8-9 दिसम्बर को आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्ट समिट हेतु आमत्रित भी किया है ।
मुंबई में रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मुंबई देश की आर्थिक राजाधानी ही नहीं बल्कि यह भारत के विकास की अनूठी कहानी भी है। जहां मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है, वहीं उत्तराखंड देश की आध्यात्मिक राजधानी है, इसलिए इन दोनों के बीच परस्पर समन्वय और साझेदारी अत्यंत आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास के लिए जहां आधुनिक तकनीक तथा प्रबंधकीय कौशल आवश्यक है, वहीं आध्यात्मिक शक्ति एवं शांति भी अत्यंत आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि सशक्त उत्तराखण्ड मिशन के अंतर्गत उत्तराखंड ने अपनी जीएसडीपी को आगामी 5 वर्षों में दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है । मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्ट समिट के लिए लगभग एक लाख, 24 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, उससे यह सिद्ध होता है कि देश ही नहीं बल्कि विदेशों के उद्यमी भी उत्तराखंड में निवेश करने के लिए उत्साहित हैं।