सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाढ़ से निपटने की पूरी तैयारी करें। प्रदेश में बाढ़ की दृष्टि से 24 जिले अति संवेदनशील एवं 16 जनपद संवेदनशील श्रेणी में हैं। इन 40 जिलों में खास निगाह रखें और सभी तैयारियों को पुख्ता करें। वह अपने आवास पर आयोजित एक बैठक में शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रबन्धन की बैठक कर रहे थे। बैठक में जिलाधिकारी भी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।
वर्तमान में 265 नई परियोजनाओं, 07 ड्रेजिंग संबंधी परियोजनाओं और पूर्व से संचालित 140 परियोजनाओं सहित कुल 412 परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। इन परियोजनाओं का 50 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है। अवशेष कार्य नियत समय के भीतर पूरा करा लिया जाए।
सीएम ने कहा कि सभी 780 बाढ़ सुरक्षा समितियां एक्टिव मोड में रहें। डीएम स्वयं तटबंधों का निरीक्षण करें। संबंधित सभी विभाग तालमेल के साथ फील्ड में अपनी सक्रियता बढ़ाएं। भारत सरकार की एजेंसियों की मदद से आकाशीय बिजली के सटीक पूर्वानुमान की प्रणाली विकसित करें। प्रदेश में बाढ़ से सुरक्षा के लिए विभिन्न नदियों पर 3869 किमी लंबे 523 तटबंध निर्मित हैं। 30 जून तक नालों आदि की सफाई का कार्य पूर्ण करा लिया जाए।