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Thursday, November 21, 2024

भगवान शिव को खुश करने के लिए करें मासिक शिवरात्रि का व्रत, जानें पूजा विधि और महत्व

 दिल्ली: हिंदू धर्म में व्रत त्योहारों को विशेष महत्व दिया जाता हैं. हिंदु धर्म में महाशिवरात्रि (Mahashivratri) की खास जगह है. हर महीने पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि इस बार माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि यानी 10 फरवरी दिन बुधवार को मनाई जाएगी. भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए यह दिन श्रेष्ठ माना गया हैं. इस दिन भगवान शिव तथा माता पार्वती की पूजा की जाती है.

भक्तों के सभी कष्टों का निवारण करते हैं भोले बाबा
मासिक शिवरात्रि की तिथि शिव जी को मनाने के लिए बहुत शुभ मानी गई है. मान्यता है कि इस दिन की गई आराधना से भगवान शिव शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों के सभी कष्टों का निवारण करते हैं. इस दिन व्रत करके शिव की विधि विधान से पूजा की जाती हैं. मान्यताओं के मुताबिक मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत करने और पूजन करने से घर में सुख शांति और समृद्धि का वास होता हैं.आज हम आपको मासिक शिवरात्रि के महत्व और पूजन विधि बताने जा रहे हैं.

मासिक शिवरात्रि- 10 फरवरी- दिन- बुधवार

हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का तो महत्व माना ही जाता है लेकिन हर माह पड़ने वाली शिवरात्रि भी बहुत महत्व रखती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. मासिक शिवरात्रि साल के प्रत्येक महीने में और महाशिवरात्रि साल में एक बार मनाते हैं.

व्रत करने से मनुष्य का हर मुश्किल काम हो जाता है आसान 
शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन व्रत करने से मनुष्य का हर मुश्किल काम आसान हो जाता है. मासिक त्योहारों में शिवरात्रि व्रत और पूजन का बहुत महत्व होता है. हिन्दू पंचांग के अनुसार हर महीने कृष्ण पक्ष के 14वें दिन को ही मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए यह दिन बहुत शुभ रहता है. इस दिन व्रत करके भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है. 

पूजा विधि
इस दिन व्रत करके भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत करने और पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि आती है. शिवलिंग पर जल, शुद्ध घी, दूध, शक्कर, शहद, दही आदि चीजों से शिव के पंचाक्षरी मंत्र का जाप करते हुए अभिषेक करें. शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा और श्रीफल अर्पित करें. शिव पूजा के बाद शिव पुराण, शिव स्तुति, शिव अष्टक, शिव चालीसा और शिव श्लोक का पाठ करना शुभ माना जाता हैं.

शिवरात्रि का महत्व

जिन लोगों के विवाह में विलंब हो रहा हो उनके लिए मासिक शिवरात्रि का व्रत बहुत शुभफलदायी माना गया है. इस व्रत को करने से विवाह में आने वाली अड़चनें दूर हो जाती हैं. ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत और विधि विधान से पूजन करने से कर्ज से भी छुटकारा मिलता है. 

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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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