वाराणसी, 27 जून 2025: काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव की स्वर्ण-रजत पंचबदन प्रतिमा शुक्रवार को स्वर्णिम रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण पर निकली। स्वर्णकार क्षत्रिय कमेटी द्वारा आयोजित 71वीं शोभायात्रा में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। डमरूओं की गड़गड़ाहट, शंखनाद और बटुकों के मंत्रोच्चार से काशी की गलियां भक्तिमय हो उठीं। शोभायात्रा में राम दरबार, राधा-कृष्ण, शिव-पार्वती और हनुमान जी की आकर्षक झांकियां मुख्य आकर्षण रहीं।
50 से अधिक स्थानों पर हुआ भव्य स्वागत
शोभायात्रा का शुभारंभ चौखंभा स्थित काठ की हवेली से हुआ, जहां कमेटी अध्यक्ष कमल कुमार सिंह, महामंत्री सतीश कुमार सिंह और शोभायात्रा मंत्री जनार्दन वर्मा ने बाबा की आरती उतारी। परंपरागत मार्गों से होते हुए शोभायात्रा काल भैरव चौराहे पहुंची, जहां भव्य आरती के साथ प्रतिमा को मंदिर में प्रतिस्थापित किया गया। रास्ते में 50 से अधिक स्थानों पर भक्तों ने पुष्प वर्षा, आरती और शीतल पेय-अल्पाहार के साथ शोभायात्रा का स्वागत किया।
भक्तिमय माहौल में गूंजे भजन
शोभायात्रा में ताशा, बैंड और पाइप बैंड की धुनों के साथ 11 छतरियों से सुसज्जित घोड़े, ध्वजा-पताका लिए श्रद्धालु और माता काली-दुर्गा की प्रतिमाएं शामिल रहीं। इवेंट प्लानर नीरज सेठ की टीम ने संगीतमय भजनों से भक्तिमय वातावरण बनाए रखा। गोविंदेश्वर महादेव की झांकी और डमरूओं की गूंज ने पूरे क्षेत्र को आध्यात्मिक रंग में रंग दिया।
विश्व शांति और देश कल्याण की प्रार्थना
शोभायात्रा में स्वर्णकार क्षत्रिय कमेटी के संस्थापक स्व. किशुन दास और स्व. भिखू सेठ की तस्वीरें फूलों से सजी ट्रॉली पर रहीं। सायंकाल पंडित जय कृष्ण दीक्षित के नेतृत्व में श्री राम मंदिर में बसंत पूजन हुआ। रात्रि 11 बजे तक मंदिर में महाआरती और भव्य श्रृंगार दर्शन के साथ प्रसाद वितरण हुआ। कमेटी ने विश्व शांति और देश कल्याण के लिए विशेष प्रार्थना की।
प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
शोभायात्रा में पातालपुरी पीठाधीश्वर श्रीमद् जगतगुरु बालक देवाचार्य, राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल, डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु, महापौर अशोक तिवारी, विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, किशन दीक्षित सहित अनेक जनप्रतिनिधि और स्वर्णकार समाज के लोग शामिल रहे। कमेटी के संरक्षक श्यामसुंदर सिंह, अनुज गौतम, संदीप सेठ, जितेंद्र सेठ आदि ने व्यवस्थाएं संभालीं। सभी अतिथियों का अंग वस्त्र देकर सम्मान किया गया।
काशी की गलियों में बिखरी आस्था
शोभायात्रा के मार्गों को फूलों और विद्युत झालरों से सजाया गया था। नागरिक सुरक्षा कोतवाली प्रखंड के स्वयंसेवकों ने व्यवस्थित संचालन में सहयोग किया। सूचना मंत्री संदीप सेठ के नेतृत्व में 15 सदस्यीय दल ने रथ संचालन का दायित्व निभाया। यह शोभायात्रा न केवल आस्था का प्रतीक बनी, बल्कि काशी की सांस्कृतिक और धार्मिक एकता को भी प्रदर्शित किया।