बिजनौर, उत्तर प्रदेश, 25 जून 2025: एक हैरान करने वाली घटना ने बिजनौर के ककराला गांव में छह साल पुराने मामले को फिर से सुर्खियों में ला दिया। साल 2019 में सातवीं कक्षा की छात्रा साक्षी के साथ मारपीट करने वाला युवक अनमोल, जो अब सरकारी नौकरी जॉइन करने की तैयारी में था, अचानक पुराने मामले में फंस गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
क्या है पूरा मामला?
2019 में दसवीं कक्षा का छात्र अनमोल ने सातवीं की छात्रा साक्षी को स्कूल के एक कमरे में 10 थप्पड़ जड़े और उसे क्लासरूम में बंद कर दिया। घटना की जानकारी साक्षी ने अपने परिजनों को दी। परिजनों ने अनमोल के गांव रावटी में पंचायत बुलाई, जहां अनमोल ने अपनी गलती स्वीकार की और भविष्य में ऐसी हरकत न दोहराने का वादा किया। पंचायत के बाद मामला शांत हो गया और दोनों पक्षों ने इसे भुला दिया।
6 साल बाद दर्ज हुई FIR
23 जून 2025 को साक्षी के पिता नरेंद्र ने बिजनौर के हीमपुर दीपा थाने में छह साल पुरानी वीडियो के आधार पर अनमोल के खिलाफ छेड़खानी और मारपीट की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बीएनएस की धारा 170, 126, और 135 के तहत मुकदमा दर्ज कर अनमोल को गिरफ्तार कर लिया। उसे जेल भेज दिया गया है।
नौकरी से पहले जेल की सजा
अनमोल ने बीबीए पूरा करने के बाद दिल्ली में एसएससी एमटीएस की तैयारी की और ऑफिस क्लर्क की नौकरी हासिल कर ली। उसे जॉइनिंग लेटर मिल चुका था और 5 जुलाई को उसे दिल्ली में नौकरी शुरू करनी थी। लेकिन छह साल पुराने मामले ने उसकी राह में रोड़ा अटका दिया। अब जमानत के बाद ही वह अपनी सरकारी नौकरी जॉइन कर पाएगा। दूसरी ओर, साक्षी मेरठ के एक कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रही है।
पुलिस की कार्रवाई
चांदपुर के पुलिस उपाधीक्षक देश दीपक सिंह ने बताया कि साक्षी के पिता की तहरीर और वीडियो साक्ष्य के आधार पर अनमोल के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया है। पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी है।