देहरादून, 24 जून 2025: देश में 25 जून 1975 को लागू हुए आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर उत्तराखंड में व्यापक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस उपलक्ष्य में आगामी बुधवार, 25 जून को मुख्यमंत्री आवास में राज्य स्तरीय संवाद कार्यक्रम का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस अवसर पर आपातकाल के दौरान मीसा (मेंटेनेंस ऑफ इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट) और डी.आई.आर. (डिफेंस ऑफ इंडिया रूल्स) के तहत निरुद्ध रहे राज्य के लोकतंत्र सेनानियों तथा दिवंगत लोकतंत्र सेनानियों के जीवनसाथी (पत्नी या पति) को सम्मानित करेंगे। इस दौरान आपातकाल के कठिन दौर के अनुभवों को भी साझा किया जाएगा।
राज्य के सभी जिलों में जनसहभागिता के साथ विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसके अतिरिक्त, 50 स्थानों पर आपातकाल से संबंधित प्रदर्शनियों का आयोजन भी किया जाएगा, ताकि नई पीढ़ी को उस दौर की चुनौतियों और लोकतंत्र की रक्षा के लिए किए गए संघर्षों से अवगत कराया जा सके।
भारत सरकार के निर्देशानुसार इन कार्यक्रमों की तैयारियों के लिए अपर सचिव गृह निवेदिता कुकरेती की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों और जिलाधिकारियों को कार्यक्रमों के आयोजन की जिम्मेदारियां सौंपी गईं। यह भी निर्णय लिया गया कि संवाद कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानियों और उनके जीवनसाथियों को जिलाधिकारियों के माध्यम से ससम्मान आमंत्रित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक देश में आपातकाल लागू रहा, जिसे भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक चुनौतीपूर्ण कालखंड के रूप में जाना जाता है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करने वालों के योगदान को याद किया जाएगा।