- सनसनीखेज हत्याकांड से ‘दहला’ बिहार
बिहार में गला काट हत्याकांड ने सबको दहला कर दिया है। एक ही परिवार के पांच लोग मर चुके हैं और इस वारदात ने सबको सन्न कर दिया है। भागलपुर में महिला सिपाही नीतू, उसके दो बच्चों, सास और फिर पति की मौत को लेकर लोग कई तरह की बातें कर रहे हैं। शक जताया जा रहा है कि अवैध संबंध के चक्कर में हत्याएं हुई हैं और अभी इसकी जांच भी की जा रही है। पुलिस ने बताया है कि पहले चार हत्याएं हुईं और उसके बाद पंकज ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली है। इस मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए भागलपुर पुलिस जुटी हुई है। एक हंसते खेलते परिवार के पांच लोगों की इस तरह हुई मौत से इलाके में सनसनी फैल गई है।
खबरों के मुताबिक, पुलिस लाइन के अंदर बने सरकारी आवास में महिला सिपाही नीतू कुमारी अपने परिवार के साथ रहती थी। मंगलवार की सुबह लगभग 9 बजे जब नीतू कुमारी के घर दूध वाले ने दरवाजा खटखटाया तो काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद पड़ोसियों को शक हुआ और उन्होंने दरवाजा तोड़ा। अंदर का नजारा देखकर सभी के होश उड़ गए। नीतू कुमारी, उनके दो बच्चे और सास की हत्या कर दी गई थी। नीतू कुमारी के पति का शव फंदे से लटका हुआ था। पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला है कि नीतू कुमारी के पति ने ही सबकी हत्या की है। उन्होंने पहले अपनी पत्नी, बच्चों और सास की ईंट और गला रेतकर हत्या की। इसके बाद खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले उन्होंने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उन्होंने अपना गुनाह कबूल किया है। उसने अपनी पत्नी के अवैध संबंध का जिक्र उस सुसाइड नोट में किया है। प्रेम विवाह करके एक दूजे के हुए पंकज और नीतू का जीवन का अध्याय इस तरह से समाप्त हो जाएगा। इसकी कल्पना किसी ने नहीं की होगी।
लेडी कांस्टेबल के परिवार ने बताया कि नीतू और उसका पति पंकज आठ साल पहले एक मॉल में साथ में काम करते थे। इसी दौरान दोनों में दोस्ती हुई और यही दोस्ती जब प्यार में बदल गई। संयोग से साल 2015 में नीतू की बिहार पुलिस में नौकरी लग गई। इसके बाद दोनों ने साल 2017 में शादी कर ली। हालांकि बीते कुछ दिनों से नीतू और उसके पति पंकज के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था। इसके पीछे का कारण उसके पति द्वारा चरित्र पर संदेह से उपजा आक्रोश बताया जा रहा है। आए दिन इनके बीच मारपीट होने लगी थी। छपरा जिला के हरपुर गांव की रहने वाली 2015 बैच की महिला सिपाही नीतू पति की प्रताड़ना से तंग आ चुकी थी। उसने अपनी बहन को फोन कर हालात से अवगत कराया था। कहा था कि वह वह रक्षाबंधन में घर आने वाली है। बक्सर जिले के नया बाजार में रहने वाले उसके मामा सुनील कुमार के मुताबिक उन्होंने खुद नीतू से बातकर बक्सर आने के लिए कहा था। यहां लोग उसका इंतजार ही कर रहे थे कि इस घटना की खबर आ गई।