वाराणसी, 24 नवंबर 2024, रविवार। वाराणसी के पहड़िया स्थित रुद्र हाइट्स अपार्टमेंट में हुई 41 लाख की लूट के मामले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने महाराष्ट्र से एक आरोपी धर्मेंद्र चौबे को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन दूसरे आरोपी निलंबित इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता अभी भी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है। यह घटना 7 नवंबर को हुई थी और तब से पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी हुई है। पुलिस ने बताया कि आरोपी धर्मेंद्र चौबे को महाराष्ट्र के एक गांव से गिरफ्तार किया गया है और उसे वाराणसी लाया जा रहा है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी धर्मेंद्र चौबे ने अपना जुर्म कबूल किया है और उसने बताया है कि वह और निलंबित इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता ने मिलकर यह लूट की थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी धर्मेंद्र चौबे को जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस ने बताया कि निलंबित इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता की तलाश में पुलिस टीमें लगी हुई हैं और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने बताया कि यह मामला बहुत ही गंभीर है और पुलिस इस मामले में जल्द से जल्द आरोपियों को सजा दिलाने के लिए काम कर रही है।
ये है पूरी घटना
वाराणसी के रुद्र हाइट्स अपार्टमेंट में 7 नवंबर की रात हाई प्रोफाइल जुए की सूचना पर तत्कालीन सारनाथ थाना प्रभारी निरीक्षक परमहंस गुप्ता और धर्मेंद्र चौबे पहुंचे थे। दोनों ने आधी रात में जुए की फड़ से करीब 41 लाख रुपये लूटकर भाग निकले थे। इस घटना के बाद पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने परमहंस गुप्ता को निलंबित कर दिया था। 14 नवंबर को इस मामले में परमहंस गुप्ता और धर्मेंद्र चौबे के खिलाफ सारनाथ थाने में लूट का मुकदमा दर्ज किया गया था। इस समय प्रकरण की जांच कैंट इंस्पेक्टर राजकुमार कर रहे हैं और गिरफ्तारी के लिए 3 टीमें गठित हैं।
अखिलेश यादव ने वाराणसी की 41 लाख की लूट को बताया भाजपा का भ्रष्टाचार
वाराणसी के रुद्र हाइट्स अपार्टमेंट में हुई 41 लाख की लूट के मामले में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने एक पोस्ट करके सवाल खड़े किए थे। उन्होंने इस मामले को भाजपा का भ्रष्टाचार बताते हुए वर्दीवाला लुटेरा कहा था। अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में लिखा था कि उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी तो नहीं बनी है, लेकिन लगता है कि फिल्म की रियल लोकेशन शूटिंग शुरू हो गई है। उन्होंने आगे लिखा था कि सारनाथ में हाईप्रोफाइल बिल्डिंग में खेले जा रहे हाईप्रोफाइल जुए में हाईप्रोफाइल स्टाइल में एक छापा पड़ा और कोई माल लेकर नदारद हो गया।
अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में यह भी कहा था कि इस फिल्म का क्लाइमेक्स यह है कि देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र के निकटस्थ हुई इस वारदात की हिस्सेदारी में असली दावा किसका होगा? यह रहस्य जानने के लिए देखते रहिए भाजपाई भ्रष्टाचार की धारावाहिक फिल्म : ‘वर्दीवाला लुटेरा’।