दिल्ली सरकार ने अपने सार्वजनिक परिवहन बेड़े में 320 और नई इलेक्ट्रिक बसें शामिल की हैं। बेड़े में बसों की कुल संख्या 7,683 हो गई है। मंगलवार को परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत और उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सराय काले खां के बांसेरा से बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। राजधानी अब ई-बसों की संख्या 1,970 हो गई है। वर्तमान में बस बेड़े में अब कुल 5,713 सीएनजी और 1,970 ई-बसें शामिल हैं।
गहलोत ने कहा कि ई-बसों की बढ़ती संख्या दिल्ली को स्वच्छ और हरित बनाने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। ये बसें न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं बल्कि यात्रियों के लिए नवीनतम सुरक्षा उपायों और आधुनिक सुविधाओं से भी सुसज्जित हैं।
इन नई इ-बसों के बाद, दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की 4,536 बसें सड़कों पर होंगी, जिसमें 2,966 सीएनजी बसें और 1,570 इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं, जबकि दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल ट्रांजिट सिस्टम (डिम्ट्स) द्वारा 3,147 बसें संचालित की जाएंगी। इसमें 2,747 सीएनजी और 400 इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि 320 नई इ-बसें शामिल होने से सड़कों पर अब कुल 1,970 इलेक्ट्रिक बसें हैं, जो भारत के किसी भी शहर में इलेक्ट्रिक बसों की सबसे अधिक संख्या है। वर्तमान में, दिल्ली के बस बेड़े का 25% हिस्सा इलेक्ट्रिक है। चीन के शहरों के बाद, दिल्ली में सैंटियागो, चिली के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक बस बेड़ा है, जिसमें 2,267 इलेक्ट्रिक बसें हैं।