नई दिल्ली, 10 मई 2025, शनिवार। भारत के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में 9 मई से 14 मई 2025 तक आसमान शांत रहेगा। सरकार ने 32 हवाई अड्डों पर सभी नागरिक उड़ानों पर रोक लगा दी है, और दिल्ली-मुंबई के हवाई क्षेत्र में 25 प्रमुख हवाई मार्ग भी 15 मई की सुबह 5:29 बजे तक बंद रहेंगे। भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (AAI) ने नोटिस टू एयरमेन (NOTAM) जारी कर यह ऐलान किया है। यह कदम भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर उठाया गया है, जिसने पूरे देश का ध्यान खींचा है।
कौन-कौन से हवाई अड्डे रहेंगे बंद?
पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, गुजरात और हिमाचल प्रदेश के हवाई अड्डों पर यह बंदी लागू होगी। प्रभावित हवाई अड्डों में अमृतसर, चंडीगढ़, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, जैसलमेर, भुज, जामनगर, कांगड़ा, कुल्लू मनाली, और शिमला जैसे लोकप्रिय गंतव्य शामिल हैं। इसके अलावा, अधमपुर, अवंतीपुर, बठिंडा, हिंडन, पठानकोट जैसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हवाई अड्डे भी सूची में हैं। इन हवाई अड्डों से न तो कोई उड़ान उड़ेगी और न ही कोई उतरेगी।
क्यों लिया गया यह फैसला?
AAI ने इसे ‘परिचालन कारणों’ से जोड़ा है, लेकिन सूत्रों का मानना है कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ता तनाव इसकी असल वजह है। कई प्रभावित हवाई अड्डे सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित हैं, जिससे यह कदम सुरक्षा से जुड़ा प्रतीत होता है। दिल्ली और मुंबई के हवाई क्षेत्र में हवाई मार्गों की बंदी ने भी इस फैसले को और गंभीर बना दिया है। एयरलाइंस को वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करने और हवाई यातायात नियंत्रण (ATC) के साथ समन्वय करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि उड़ानों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
यात्रियों पर क्या होगा असर?
यह बंदी हजारों यात्रियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। अमृतसर, लेह, श्रीनगर जैसे पर्यटन स्थलों की यात्रा करने वालों को अपनी योजनाएं बदलनी पड़ सकती हैं। स्थानीय लोग, खासकर हिमाचल और जम्मू-कश्मीर जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले, भी प्रभावित होंगे। एयरलाइंस को यात्रियों को उड़ान रद्द होने या नए मार्गों की जानकारी देने को कहा गया है, लेकिन इस अचानक बदलाव से अफरा-तफरी का माहौल बन सकता है।