देहरादून, 24 मार्च 2025, सोमवार: उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली सरकार के तीन साल पूरे होने का जश्न एक खास अंदाज में मनाया गया। इस अवसर पर सूचना विभाग द्वारा प्रकाशित विकास पुस्तिका ‘सेवा, सुशासन और विकास के 3 वर्ष’ का विमोचन देहरादून में आयोजित एक भव्य समारोह में किया गया। इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण न केवल राज्य के विभिन्न जिलों में, बल्कि दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड निवास में भी किया गया। इस पुस्तिका में राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं, अधोसंरचना विकास, नवाचारों और जनता के प्रति समर्पण का विस्तृत ब्योरा पेश किया गया है, जो उत्तराखण्ड की प्रगति के लिए किए गए प्रयासों का एक जीवंत दस्तावेज है।

अजय टम्टा की मौजूदगी ने बढ़ाया उत्साह
दिल्ली में उत्तराखण्ड निवास में आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री अजय टम्टा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने अपने संबोधन में राज्य निर्माण के अमर शहीदों और देश के लिए बलिदान देने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही, उत्तराखण्ड की नींव रखने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को भी राज्य की जनता की ओर से नमन किया। श्री टम्टा ने कहा, “राज्य में बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, उद्योग और रोजगार के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। 30 से अधिक नीतियों के जरिए उत्तराखण्ड सर्वांगीण विकास की राह पर तेजी से बढ़ रहा है।”

उत्तराखण्ड: उभरता हुआ साहसिक और सांस्कृतिक केंद्र
उन्होंने आगे बताया कि उत्तराखण्ड आज वेडिंग डेस्टिनेशन, साहसिक पर्यटन और फिल्म निर्माण के बड़े हब के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। हाल ही में 38वें राष्ट्रीय खेलों का सफल आयोजन इसकी मिसाल है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शब्दों को उद्धृत करते हुए श्री टम्टा ने कहा, “21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा।” गौरीकुंड से केदारनाथ और गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक प्रस्तावित रोपवे परियोजनाएं तीर्थयात्रियों के लिए सुविधा बढ़ाएंगी और धार्मिक पर्यटन को नया आयाम देंगी। चारधाम यात्रा, जो राज्य की अर्थव्यवस्था का आधार है, को और सशक्त बनाने के लिए भी लगातार प्रयास हो रहे हैं।

कनेक्टिविटी और पर्यटन में क्रांति
श्री टम्टा ने कनेक्टिविटी के क्षेत्र में हो रहे बदलावों पर भी प्रकाश डाला। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे के पूरा होने के बाद यह सफर महज ढाई घंटे का रह जाएगा। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है, जिससे पहाड़ों में रेल का सपना जल्द साकार होगा। जौलीग्रान्ट और पंतनगर हवाई अड्डों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने की दिशा में भी काम चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मुखवा और हर्षिल घाटी की यात्रा ने विंटर टूरिज्म को बढ़ावा दिया है, जो राज्य की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को नई ऊंचाइयों तक ले जा रहा है।

समान नागरिक संहिता और महिला सशक्तिकरण में अग्रणी
उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने समान नागरिक संहिता लागू की। महिला सशक्तिकरण के लिए भी सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं। सरकारी नौकरियों में बेटियों को 30% क्षैतिज आरक्षण, स्वयं सहायता समूहों के लिए 5 लाख तक ब्याज मुक्त ऋण और लखपति दीदी योजना के तहत 1 लाख से अधिक महिलाओं का लखपति बनना इसकी बानगी है। सख्त भू-कानून लागू कर भू-माफियाओं पर नकेल कसी गई है, वहीं प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता के लिए अध्यादेश-2023 लाया गया, जिसमें नकल पर 10 साल की सजा और 10 लाख तक के जुर्माने का प्रावधान है।

पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व की सराहना
श्री टम्टा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “देवभूमि की जनता का आशीर्वाद और उनके कुशल नेतृत्व में उत्तराखण्ड विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। हमारा संकल्प है कि रजत जयंती वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में शुमार हो।” इस अवसर पर स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा, मीडिया कोऑर्डिनेटर मदन मोहन सती, वरिष्ठ व्यवस्थापक गीता काला और भाजपा प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की।

एक नया उत्तराखण्ड उभर रहा है
यह आयोजन न केवल सरकार की उपलब्धियों का उत्सव था, बल्कि एक ऐसे उत्तराखण्ड की झलक भी पेश करता है, जो प्रगति, समृद्धि और संस्कृति के संगम से चमक रहा है। विकास पुस्तिका के विमोचन के साथ ही यह संदेश साफ है- उत्तराखण्ड अब सिर्फ पहाड़ों का राज्य नहीं, बल्कि संभावनाओं का एक नया क्षितिज है।