चमोली, 1 अगस्त 2025: उत्तराखंड के चमोली जिले के कर्णप्रयाग ब्लॉक में स्थित मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम सारकोट ने इतिहास रच दिया है। महज 21 वर्ष की प्रियंका नेगी ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में शानदार जीत हासिल कर ग्राम प्रधान का पद संभाला है। वह इस पद पर निर्वाचित होने वाली सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान बन गई हैं। उनकी इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने बधाई संदेश में कहा, “प्रियंका नेगी का ग्राम प्रधान चुना जाना न केवल सशक्त लोकतंत्र का प्रतीक है, बल्कि यह मातृशक्ति की ताकत और युवाओं की अपार क्षमता को भी दर्शाता है। मुझे विश्वास है कि उनके नेतृत्व में सारकोट गांव विकास की नई ऊंचाइयों को छूएगा।” उन्होंने आगे कहा कि सरकार प्रियंका के साथ मिलकर सारकोट को आदर्श ग्राम के रूप में और सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि यह अन्य गांवों के लिए प्रेरणा बने।
युवा नेतृत्व और मातृशक्ति का प्रतीक
प्रियंका नेगी की जीत को स्थानीय निवासियों ने उत्साह के साथ स्वागत किया है। उनकी जीत न केवल युवा नेतृत्व को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम है, बल्कि महिलाओं के सशक्तिकरण का भी एक मजबूत उदाहरण है। सारकोट गांव के मतदाताओं ने प्रियंका के प्रति भरोसा जताते हुए उन्हें भारी मतों से विजयी बनाया। प्रियंका ने अपनी जीत को गांववासियों की एकजुटता और विश्वास का परिणाम बताया।
सारकोट का सर्वांगीण विकास प्राथमिकता
चुनाव जीतने के बाद प्रियंका ने कहा, “मेरा लक्ष्य सारकोट को शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में एक मॉडल गांव बनाना है। मैं गांव के हर व्यक्ति की आवाज को सुनूंगी और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए दिन-रात काम करूंगी।” उन्होंने मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर गांव में सड़क, पेयजल, और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने की योजना बनाई है।
मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना का हिस्सा
सारकोट गांव को उत्तराखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत चुना गया है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में समग्र विकास को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत गांव में बुनियादी सुविधाओं जैसे सड़कों, स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है। प्रियंका नेगी के नेतृत्व में सारकोट को इस योजना का लाभ उठाकर एक आदर्श ग्राम के रूप में स्थापित करने की उम्मीद है।
राज्य के अन्य गांवों के लिए प्रेरणा
मुख्यमंत्री धामी ने प्रियंका की जीत को राज्य के अन्य गांवों के लिए एक प्रेरणा बताया। उन्होंने कहा, “सारकोट की तरह ही हमारा लक्ष्य उत्तराखंड के हर गांव को आत्मनिर्भर और विकसित बनाना है। प्रियंका जैसे युवा और उत्साही नेतृत्व इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।” उन्होंने ग्रामवासियों से प्रियंका का सहयोग करने और गांव के विकास में सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील की।
चुनौतियां और संभावनाएं
स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रियंका की युवा ऊर्जा और नई सोच गांव के लिए बदलाव की बयार लाएगी। हालांकि, पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क, बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं जैसी चुनौतियां भी कम नहीं हैं। प्रियंका ने इन समस्याओं से निपटने के लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम करने का भरोसा दिलाया है।
उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नतीजों में महिलाओं का दबदबा साफ दिखाई दे रहा है। प्रियंका नेगी की जीत इस बात का प्रमाण है कि युवा और महिलाएं अब ग्रामीण नेतृत्व में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। उनकी यह उपलब्धि न केवल सारकोट, बल्कि पूरे उत्तराखंड के लिए एक नई उम्मीद जगाती है।