2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र राजनीति चरम पर है । ख़ासकर पश्चिम बंगाल की अगर बात करें तो सियासत की धार बेहद तेज है । राज्य में टीएमसी के दहशत और भय व्याप्त सत्ता का डंका है । हिंदू महिलाओं पर अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है । इन सब के बीच सियासी बयानों की क़ुर्बानी जंग भी तेज है ।
पश्चिम बंगाल की सियासत पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद दिलीप घोष अपने एक बयान को लेकर फँसे नज़र आ रहे हैं । दरअसल दिलीप घोष अपने एक बयान में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मजाक उड़ाते हुए नज़र आ रहे हैं ,कुदाली लेकर टीएमसी चुनाव आयोग पहुँच गई है । यही नहीं उनके इस बयान के बाद इतना बड़ा विवाद खड़ा हो गया है कि बीजेपी ने दिलीप घोष को नोटिस जारी कर जवाब माँगा है ।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घोष को नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांगा है कि आपके ख़िलाफ़ करवायी क्यों नहीं की जाये । इस पर दिलीप घोष का कहना है कि मैं नोटिस का जवाब पत्र से दूंगा।
दिलीप घोष ने कहा है कि मैं नोटिस का जवाब एक पत्र लिखकर दूंगा।
दिलीप घोष ने कहा, ‘मेरी भाषा को लेकर आपत्ति जताई गई है। मेरी पार्टी की ओर से स्पष्टीकरण मांगा गया है । मैं पार्टी द्वारा जारी किए नोटिस का जवाब मैं आधिकारिक रूप से दूंगा। मैं अन्याय करने वालों के सामने बोलता हूं, इसलिए यह पहली बार नहीं है जब मुझे अपने बयान को लेकर विवाद का सामना करना पड़ा है।
दिलीप घोष का कहना है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ मेरी व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, यह मेरा राजनीतिक बयान था।
दिलीप घोष ने सवाल पूछते हुए कहा है कि टीएमसी पार्टी के नेताओं ने हमारे नेता सुवेंदू अधिकारी और उनके पिता को लेकर कई अपशब्द का प्रयोग कर चुके हैं, क्या उनका कोई मान-सम्मान नहीं है?, टीएमसी ने तब कोई आपत्ति क्यों नहीं जताई? सुवेंदु अधिकारी एक पुरुष हैं, क्या इसलिए उनके लिए इस्तेमाल किए गए अपशब्द आपत्तिजनक नहीं हैं ?
दरअसल दुर्गापुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए भाजपा सांसद दिलीप घोष ने कहा था कि ममता बनर्जी जहां भी जाती हैं, वह खुद को उस राज्य की बेटी कहती हैं और उन्हें अपने पिता की पहचान करनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोवा जाती हैं तो वह खुद को गोवा की बेटी कहती हैं।
दिलीप घोष के इस बयान को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है । तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी नेता दिलीप घोष ने व्यक्तिगत टिप्पणी कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। उन्होंने दिलीप घोष पर कार्रवाई की मांग की है ।