जयपुर. जयपुर जिले का 14 साल का विशाल दुनिया से जाते-जाते पांच लोगों को जीवन दान (Life) दे गया. सड़क हादसे में घायल होने के बाद ब्रेन डेड (Brain dead) हुये विशाल के पांच अहम अंग उसके परिजनों ने दान (Organ Donate) कर दिये. मंगलवार को तड़के ग्रीन कॉरिडोर बनाकर विशाल के हार्ट और लंग्स को चेन्नई भेजा गया. वहीं उसकी दोनों किडनी को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में और लिवर को महात्मा गांधी अस्पताल में जरुरतमंदों मरीजों को प्रत्यारोपित किया गया. यह प्रदेश में 41वां अंगदान था.
विशाल जयपुर के बस्सी का रहने वाला था. वह 26 जनवरी को अपने तीन दोस्तों के साथ मोटर साइकिल से कहीं जा रहा था, इस दौरान उनके आगे चल रही बस के चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिये. इससे मोटर साइकिल असंतुलित होकर बस से टकरा गई. हेलमेट नहीं पहने की वजह से विशाल गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. 31 जनवरी को उसकी हालत और नाजुक हो गई. बाद में चिकित्सकों ने विशाल को ब्रेन डेड घोषित कर दिया. चिकित्सकों की समझाइश के बाद विशाल के परिजनों ने उसके अंगों का दान करने का फैसला किया.
मंगलवार को तड़के ग्रीन कॉरिडोर बनाकर चेन्नई भेजे गये हार्ट और लंग्स
विशाल की दोनों किडनी को सवाई मानसिंह चिकित्सालय और लिवर को महात्मा गांधी अस्पताल जयपुर में मरीजों को प्रत्यारोपित किया गया. वहीं हार्ट और लंग्स का राजस्थान में कोई भी मरीज ना होने के कारण ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन के द्वारा उनका आवंटन राजस्थान से बाहर नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन की सहायता से किया गया. हार्ट और लंग्स दोनों ही चेन्नई के अपोलो हॉस्पिटल में 46 वर्षीय महिला को प्रत्यारोपित किये जांएगे. विशाल के हार्ट व लंग्स को मंगलवार को तड़के ग्रीन कॉरिडोर बनाकर सवाई मानसिंह अस्पताल से एयरपोर्ट ले जाया गया. वहां से इसे चेन्नई भेजा गया.
प्रदेश में अब लोग अंगदान के लिए आगे आने लगे हैं
सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी ने बताया कि प्रदेश में अब लोग अंगदान के लिए आगे आने लगे हैं. SOTTO की टीम डॉ. अमरजीत मेहता, डॉ. मनीष शर्मा, डॉ. अजीत सिंह व रोशन बहादुर तथा सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेटर के अथक प्रयासों से विशाल के परिवारजनों को अंगदान के लिए प्रेरित किया गया. इससे दो दिन पहले ही अलवर के मालाखेड़ा की 35 वर्षीय किरण ने भी मृत्यु के बाद अपने अंगदान कर 5 जरुरतमंदों को जीवनदान दिया|