वाराणसी, 12 जनवरी 2025, रविवार। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में मनुस्मृति दहन दिवस पर चर्चा करने के कारण भगतसिंह स्टूडेंट्स मोर्चा की तीन छात्राओं सहित 13 छात्रों को गंभीर धाराओं में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था। 16 दिन बाद सभी 13 छात्र छात्राओं को न्यायालय के आदेश पर रिहा कर दिया गया।
इस पूरे प्रकरण को लेकर भगतसिंह स्टूडेंट्स मोर्चा और नागरिक समाज ने पराड़कर भवन में एक प्रेस वार्ता आयोजित की। जिसमें छात्र छात्राओं के मुकदमे के अधिवक्ता प्रेम प्रकाश सिंह यादव ने कहा कि छात्र छात्राओं की गिरफ्तारी पूरी तरह से गैरकानूनी था और गैरकानूनी तरीके से ही जेल भी भेज दिया गया।
संगठन की अध्यक्ष आकांक्षा आज़ाद ने कहा कि भगतसिंह स्टूडेंट्स मोर्चा पिछले 10 सालों से बीएचयू में लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए और बीएचयू प्रशासन की गलत नीतियों के खिलाफ लड़ता रहा है। नागरिक समाज की ओर से एसपी राय ने कहा कि आज पूरे देश में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है।