प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को तमिलनाडु में तेल व गैस की कई परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं। इस दौरान उन्होंने मनाली में गैसोलीन डिसल्फराइजेशन यूनिट और रामानाथपुरम और थुथुकुड़ी के बीच 143 किमी लंबी प्राकृतिक गैस पाइपलाइन राष्ट्र को समर्पित की। बता दें कि इसे 700 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। इसके अलावा पीएम मोदी ने नागपट्टीनम में कावेरी बेसिन रिफाइनरी की आधारशिला भी रखी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि स्वच्छ और हरित उर्जा की दिशा में काम करना हमारा सामूहिक कर्तव्य है।
भारत अपनी आयात निर्भरता कम करने पर कर रहा काम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा भारत अपनी आयात निर्भरता कम करने पर काम कर रहा है। हम क्षमता बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं। साल 2019 में भारत में 85 प्रतिशत तेल और 53 प्रतिशत गैस का आयात किया गया है। लगभग 6 करोड़ 52 लाख टन पेट्रोलियम उत्पाद निर्यात किए गए हैं। हमें अपनी तेल पर निर्भरता कम करनी होगी। भारत नवीकरणीय संसाधनों से ऊर्जा का उत्पादन बढ़ा रहा है। जल्द ही, 40% ऊर्जा पर्यावरण के अनुरूप स्रोतों से उत्पन्न होगी।
सोलर पम्प हो रहे हैं लोकप्रिय, किसानों की मिल रही मदद
पीएम मोदी ने कहा कि आज सोलर पम्प लोकप्रिय हो रहे हैं और किसानों की मदद भी कर रहे हैं। भारत अपनी बढ़ती उर्जा की मांग को पूरा करने पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मध्यम वर्ग की चिंताओं के प्रति संवेदनशील है। पीएम मोदी ने बताया कि किसानों और उपभोक्ताओं की मदद के लिए इथेनॉल पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि भारत अब लाखों लोगों की मदद करने के लिए परिमार्जन नीति लेकर आया है। अब पहले से कहीं अधिक भारतीय शहरों में मेट्रो की कवरेज है।
27 देशों में भारत की तेल और गैस कम्पनियां मौजूद
आज 27 देशों में भारतीय तेल और गैस कंपनियां लगभग 2.70 लाख करोड़ के निवेश के साथ मौजूद हैं। एक राष्ट्र एक गैस ग्रिड को प्राप्त करने के लिए गैस पाइपलाइन नेटवर्क पर काम जारी है। यह पाइपलाइन SPIC को सस्ती कीमत पर प्राकृतिक गैस की आपूर्ति करेगी। इस पाइपलाइन से उत्पादन और उर्वरकों की लागत में कमी आएगी।
अगले पांच वर्षों में तेल और गैस इन्फ्रास्ट्रक्चर में 7.5 लाख करोड़ रुपए का निवेश
अगले पांच वर्षों में तेल और गैस इन्फ्रास्ट्रक्चर में 7.5 लाख करोड़ रुपए का निवेश होगा। पीएम मोदी ने कहा विकास परियोजनाएं अपने साथ कई लाभ लेकर आती हैं। हम प्राकृतिक गैस को जीएसटी के तहत लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम दुनिया को भारत के ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित करते हैं।