देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पानी की समस्या को दूर करने के लिए समुद्र के पानी को मीठा बनाया जाएगा। बीएमसी ने इस प्रोजेक्ट के लिए 1600 करोड़ व अगले 20 वर्ष तक इसके परिचालन व रखरखाव के लिए 1920 करोड़ रुपये खर्च करने का निर्णय लिया है। इसके लिए समिति गठित करने की मंजूरी भी दे दी गई है।
समुद्र के पानी को मीठा करने की परियोजना शुरू करने के लिए बीएमसी की स्थायी समिति ने आयुक्त इकबाल सिंह चहल की अध्यक्षता में समिति बनाने की मंजूरी दी है। राज्य सरकार से मंजूरी मिलने के बाद पांच सदस्यीय समिति का गठन किया जाएगा। जिसमें कई विभागों के अधिकारी शामिल होंगे। स्विस चैलेंज पद्धति से निविदा मंगाकर प्रोजेक्ट को पूरा किया जाएगा।
अधिकारियों का कहना है कि इस प्रोजेक्ट से मुंबई में गर्मी के मौसम में होने वाली पानी की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी। प्रोजेक्ट का प्रारूप तैयार करने के लिए 5.50 करोड़ रुपये और निविदा का मसौदा तैयार करने के लिए 40 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं।वहीं, बीएमसी में भाजपा पार्षद गुट के नेता प्रभाकर शिंदे ने समुद्र के पानी को मीठा बनाने के प्रोजेक्ट को पैसे की बर्बादी बताया है। शिंदे ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को खुश करने के लिए बीएमसी 3520 करोड़ रुपये बर्बाद करने जा रही है।