प्रयागराज के संगम की रेती पर लगे माघ मेला के पांचवे स्नान पर्व माघी पूर्णिमा के मौके पर संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे है। पूर्णिमा का मुहूर्त शुक्रवार को दोपहर बाद से ही लगने की वजह से पूर्णिमा का व्रत कल ही माना गया था, लेकिन आज ब्रह्म मुहूर्त से ही माघी पूर्णिमा का स्नान शुरु हो गया है। ऐसी मान्यता है कि माघी पूर्णिमा के दिन संगम में स्नान और दान करने से पूरे माघ मास में स्नान के बराबर ही पुण्य लाभ मिलता है। शास्त्रों के मुताबिक माघ पूर्णिमा पर भगवान विष्णु स्वयं गंगाजल में निवास करते हैं। स्नान पर्व पर गंगा स्नान और आचमन विशेष फलदायी होता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन देवता भी रुप बदलकर गंगा स्नान के लिए प्रयाग आते हैं
कल्पवासियों का कल्पवास समाप्त
माघ मेला का चौथा स्नान पर्व माघी पूर्णिमा पर सुबह से ही श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे है। वहीं 1 महीने से चल रहा कल्पवास माघी पूर्णिमा स्नान के बाद समाप्त हो गया। माघी पूर्णिमा के पर्व के साथ ही संगम की रेती पर चल रहे कल्पवास की भी पूर्णाहुति हो जाती है। इसलिए श्रद्धालु दान पुण्य कर और सूर्य को अर्घ्य व तर्पण कर अपने घरों को लौट रहे हैं। माघी पूर्णिमा के मघा नक्षत्र में पितरों का तर्पण कर उनका आशीर्वाद लेना उत्तम माना गया है। इसलिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा के तट पर अपने पितरों का तर्पण भी कर रहे हैं। पूर्णिमा का यह फलदायी संयोग अमरत्व का संदेश देता है। इस दिन कल्पवासी विधि विधान से दान पूजन कर संगम की रेती से आध्यात्मिक शक्ति बटोर कर विदा हो रहे हैं।कल्पवासियों का कल्पवास समाप्तमाघ मेला का चौथा स्नान पर्व माघी पूर्णिमा पर सुबह से ही श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे है। वहीं 1 महीने से चल रहा कल्पवास माघी पूर्णिमा स्नान के बाद समाप्त हो गया। माघी पूर्णिमा के पर्व के साथ ही संगम की रेती पर चल रहे कल्पवास की भी पूर्णाहुति हो जाती है। इसलिए श्रद्धालु दान पुण्य कर और सूर्य को अर्घ्य व तर्पण कर अपने घरों को लौट रहे हैं। माघी पूर्णिमा के मघा नक्षत्र में पितरों का तर्पण कर उनका आशीर्वाद लेना उत्तम माना गया है। इसलिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा के तट पर अपने पितरों का तर्पण भी कर रहे हैं। पूर्णिमा का यह फलदायी संयोग अमरत्व का संदेश देता है। इस दिन कल्पवासी विधि विधान से दान पूजन कर संगम की रेती से आध्यात्मिक शक्ति बटोर कर विदा हो रहे हैं।
हेलीकॉप्टर से हुई पुष्प वर्षा
संत महात्मा स्नान के बाद माघ मेले से विदा लेंगे। माघी पूर्णिमा के पर्व को कल्पवासियों और साधु-संतों के लिए खास बनाने के लिए योगी सरकार ने भी खास तैयारी की है। योगी सरकार सुबह 9 से 11 के बीच श्रद्धालुओं और कलवासियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा करवा रहा है । पांचवे स्नान पर्व माघी पूर्णिमा को लेकर मेला प्रशासन ने इंतजाम किए हैं। माघ मेले के पांचवें स्नान पर्व माघी पूर्णिमा पर शनिवार को पुण्य की डुबकी लग रहे है। संगम में डुबकी लगाने के लिए शुक्रवार रात को ही मेला क्षेत्र में जन सैलाब पहुंचने लगा। शुक्रवार की देर रात मेला क्षेत्र की सड़कों पर आस्थावानों की खचाखच भीड़ उमड़ने लगी थी। शिविरों से लेकर सड़कों तक, हर तरफ भक्ति का रंग छा गया हैं।