केन्द्रीय इस्पात और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के साथ कल मंडला जिले में कोविड केयर सुविधा का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते और मध्य प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी भी उपस्थित थे।इस अवसर पर श्री प्रधान ने महामारी से लड़ने का एक नया मॉडल स्थापित करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसा जन भागीदारी, उचित योजना और अच्छे प्रबंधन करने से संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह शुरू किए गए टीकाकरण कार्यक्रम के नए चरण में राज्य सबसे आगे है और अब तक राज्य में 1.82 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका है। श्री प्रधान ने कहा कि फिलहाल कोविड के नए मामलों में गिरावट जारी है इसके बावजूद सरकार महामारी की तीसरी लहर की किसी भी संभावना के लिए तैयार रहने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि एमओआईएल तब तक कोविड केयर सुविधा का संचालन जारी रखेगा, जब तक कि जिला प्रशासन इसके कार्यों को अपने हाथ में नहीं ले लेता है। श्री प्रधान ने कहा कि आने वाले दिनों में टीकाकरण में और बढ़ोतरी होने की संभावना है और सभी पात्र व्यक्तियों का इस वर्ष के अंत तक टीकाकरण होने जाने की संभावना है।
इस मौके पर श्री चौहान ने कहा कि केन्द्र सरकार के पूर्ण सहयोग से राज्य सरकार ने कोविड पर काबू पाने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मरीजों की टेस्टिंग और ट्रैकिंग कर रही है। और बड़े पैमाने पर टीकाकरण करने के साथ-साथ सभी सावधानियां बरत रही है। श्री चौहान ने कहा कि जो नई कोविड केयर सुविधा शुरू की गई, वह मील के पत्थर के रूप में काम करेंगी और महामारी से लड़ने और इसकी तीसरी लहर को रोकने में मदद करेंगी।
इस्पात क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम एमओआईएल के सहयोग से स्थापित, मंडला जिला अस्पताल के कोविड केयर सुविधा में 70 बेड और मंडला के नैनपुर उप-जिला अस्पताल में 30 बेड शामिल हैं। कोविड केयर से मिलने वाली सुविधाओं में पाइपलाइन और जंबो ऑक्सीजन कंटेनरों के डेडिकेटेड नेटवर्क के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति, माइक्रो सिलेंडर के साथ-साथ चिकित्सा ऑक्सीजन और उसी जुड़ी सुविधाओं की निरंतर आपूर्ति शामिल है। इसके जरिए क्षेत्र में कोविड से संबंधित स्वास्थ्य सेवाएं का विस्तार होगा और तीसरी लहर की तैयारियों को मजबूती मिलेगी।
एमओआईएल भारत में मैंगनीज अयस्क की सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी है। यह महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में 11 खदानों का संचालन करती है, जिसमें बालाघाट शामिल है, जो एशिया की सबसे गहरी मैंगनीज अयस्क की खदान है