महाराष्ट्र के ठाणे से शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के घर और दफ्तर समेत 10 ठिकानों पर आज प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की और उनके बेटे विहांग सरनाईक को हिरासत में ले लिया गया। मनी लौंडरिंग मामले में मुंबई और ठाणे की अलग- अलग जगहों पर ये छापेमारी की गई।
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि कुछ राजनेताओं समेत 10 लोगों के ठिकानों पर ईडी तलाशी ले रहा है। हालांकि प्रवर्तन निदेशालय ने नहीं बताया कि वह किस खास मामले की जांच कर रहा है। ये छापेमारी मंगलवार सुबह शुरू हुई जिसमें सरनाई के घर और दफ्तर की तलाशी ली गई। छापेमारी की खबर मिलते ही शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि- “अगर किसी को लगता है कि कर केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग कर सकते हैं और सरकार बना सकते हैं तो वे गलत हैं। चाहे जितने नोटिस या इस तरह के छापे मारे जाएं, हमारे किसी भी विधायक पर दबाव नहीं डाला जाएगा और आपको नमन किया जाएगा। यह महज राजनीति है। प्रवर्तन निदेशालय को भारतीय जनता पार्टी की एक शाखा के रूप में व्यवहार नहीं करना चाहिए। आज प्रताप सरनाईक और उनके बेटे मुंबई में नहीं हैं और यह छापेमारी की गई। ”
इधर, विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उन्हें ईडी की कार्रवाई के बारे में नहीं पता है, लेकिन कोई गलत काम नहीं किया है तो किसी को भी इस तरह की कार्रवाई से डरना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा “प्रवर्तन निदेशालय किसी भी कार्रवाई की शुरुआत नहीं करता है जब तक कि उसके पास ठोस सबूत न हों”।
प्रताप सरनाईक जाने माने राजनेता और वर्तमान में ओवला-मजीवाड़ा से विधानसभा के सदस्य हैं। वह मीरा भायंदर, शिवसेना की कम्युनिकेशन लीडर भी हैं। विहान ग्रुप ऑफ कंपनीज के अलावा ठाणे में उनके कई व्यवसाय हैं। ईडी के सूत्रों ने जानकारी दी कि सरनाइक के बेटों पुरवेश और विहंग से जुड़े परिसरों की भी तलाशी ली गई है। दिल्ली और मुंबई के ईडी अधिकारी संयुक्त रूप से छापेमारी कर रहे हैं।